जोरहाट, (असम) कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने गुरुवार को आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी ( भाजपा) राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) देश में नफरत फैलाते हैं, धर्म के आधार पर लोगों को लड़ाते हैं और फिर जनता का धन लूटते हैं।
राहुल गांधी ने भारत ‘जोड़ो न्याय यात्रा’ के दौरान गुरुवार को असम नागालैंड सीमा पर स्थित नकाचरी देवरापारा में एक विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि कन्याकुमारी से कश्मीर तक भारत जोड़ो यात्रा निकाली थी और अब पूरब से पश्चिम की यात्रा पर हैं। भारत जोड़ो यात्रा 4,000 किलोमीटर की थी। तब भाजपा के लोग यात्रा के फायदे को लेकर सवाल करते थे लेकिन सच यह है कि इस यात्रा ने हिंदुस्तान के पॉलिटिकल नेरेटिव को बदल दिया है।
उन्होंने कहा, “जब कन्याकुमारी से कश्मीर तक यात्रा की, तो काफी लोग मेरे पास आए। उन्होंने हमसे कहा देखिए, आपने साउथ से नॉर्थ की यात्रा तो कर ली, मगर अब आपको ईस्ट से वेस्ट या वेस्ट से ईस्ट भी यात्रा करनी चाहिए। इसलिए हमने ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ मणिपुर से शुरु की और ये यात्रा मणिपुर, नागालैंड, असम से लेकर महाराष्ट्र तक जाएगी। इस यात्रा का लक्ष्य हर धर्म, हर जाति की जनता को एक करने का तो है, मगर इसमें हमने न्याय शब्द भी जोड़ा है। क्योंकि हम मानते हैं कि देश में, हर प्रदेश में भाजपा और आरएसएस अन्याय कर रहे हैं- आर्थिक अन्याय, सामाजिक अन्याय और राजनीतिक अन्याय। मणिपुर में आप जानते हैं, गृहयुद्ध जैसा माहौल बना हुआ है, पूरा राज्य बांट दिया गया है और प्रधानमंत्री आज तक मणिपुर नहीं गए।”
कांग्रेस नेता ने कहा कि नागालैंड से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बड़े वादे करते हुए नौ साल पहले एक समझौता पर हस्ताक्षर किए थे लेकिन अब तक उसे लागू नहीं किया गया है। नागालैंड के लोग आज पूछ रहे हैं कि समझौते का क्या हुआ, प्रधानमंत्री के वादे का क्या हुआ। असम में भी हाल खराब हैं। शायद देश की सबसे भ्रष्ट सरकार असम में है और वह भारत जोड़ो ने यात्रा के दौरान असम के लोगों से जुड़े सभी मुद्दों को उठाएंगे।
नागालैंड की यात्रा को सफल बनाने के लिए उन्होंने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष तथा इस कार्यक्रम की सफलता के लिए काम करने वाली टीम को धन्यवाद देते हुए कहा, “आपने यात्रा को बहुत अच्छे तरीके से नागालैंड में चलाया, बहुत अच्छा रिस्पांस मिला और अब मुझे लगता है कि असम में वैसा ही रिस्पांस बहुत गहरा, प्यार भरा रिस्पांस हमें मिलेगा। आपने शंकर देव जी की बात की, ये यात्रा शंकर देव जी की विचारधारा की यात्रा है। जो उन्होंने कहा और जो असम का इतिहास है उसी को हम फिर दोहरा रहे हैं। शंकर देव जी ने सबको रास्ता दिखाया था, सबको जोड़ने का काम किया था, अन्याय के खिलाफ लड़ाई लड़ी थी, उसी प्रकार से उसी रास्ते पर भारत जोड़ो न्याय यात्रा चलने जा रही है।”