बिलासपुर। बिलासपुर लोकसभा सीट से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में अनुसूचित जाति समाज अपनी ओर से एक दमदार कैंडिडेट खड़ा करने जा रहा है। कांग्रेस और भाजपा दोनों ने ही इस वर्ग को दरकिनार करते हुए साहू और यादव कैंडिडेट मैदान में उतारा है। इससे अनुसूचित जाति समाज में आक्रोश है। संख्या बल का हवाला देते हुए समाज के लोगों ने लोरमी विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय चुनाव लड़ चुके संजीत बर्मन को बिलासपुर लोकसभा का प्रत्याशी बनाने का निर्णय लिया है। इस संबंध में बुधवार को बिलासपुर प्रेस क्लब में उन्होंने पत्रकारों को जानकारी दी।
संजीत बर्मन ने कहा की वर्तमान में भाजपा और कांग्रेस दोनों ने ही यह मान लिया है अनुसूचित जाति के लोगों की उनके लिए कोई अहमियत नहीं है। इसलिए समाज ने यह तय किया है की अपनी अहमियत बताने उनके खिलाफ चुनाव लड़ा जाए। इसलिए वे लोकसभा चुनाव लड़ने जा रहे हैं। श्री बर्मन ने कहा कि राजनीतिक दल के लोग उनके समाज को सिर्फ वोटर समझते हैंl उन्होंने कहा कि कांग्रेस और भाजपा जिनके लिए काम नहीं करते हैं उनके लिए वह काम करेंगे। समाज के विभिन्न विवादों की जानकारी देते हुए उन्होंने कहा की हाल ही में भाजपा सरकार ने तखतपुर के बेलसरी हत्याकांड मामले को दबवा दिया। संजीत वर्मन ने कहा कि उनके समाज को सबसे ज्यादा कांग्रेस पार्टी की वजह से नुकसान हुआ है। वह उन लोगों के खिलाफ आवाज उठाने के लिए मैदान में उतरने जा रहे हैं जिन्हें कांग्रेस और भाजपा ने छोड़ दिया है। और सभी को साथ लेकर चलने का प्रयास करेंगे। पत्रकार वार्ता के दौरान समाज के जितेंद्र बंजारा, विनय कौशल,योगेश मनहर, विनोद बंजारा, कुलदीप डाहिरे,अजीत घृतलहरे सहित समाज के युवा मौजूद रहे।