बीबीसी लाईव मुम्बई
शमीम अख़्तर हशनी की रिपोर्ट
घाटकोपर:मजहबे इस्लाम के अंदर इस्लामी महीनो में सबसे अफजल और मुकद्दस महीना रमजान शरीफ का है जैसे ही रमजान शरीफ का चांद नजर आता है मुसलमानो के अंदर खुशियां पाई जाती हैं इस महीने की खास इबादत नमाजे तरावीह है इस मुकद्दस महीने में मुसलमान नमाजों की पाबंदी और कुरान शरीफ की तिलावत करता है गरीबों और फकीरों की मदद करता है इस मुकद्दस महीने में हर मुसलमान ज्यादा से ज्यादा इबादत कर के अपने रब को राजी करने की भरपूर कोशिश करता है इस मुकद्दस महीने की एक खास इबादत जिसे एतकाफ कहते हैं आज़ादीये जहन्नम वाले अशरे में हर मुसलमान 20 रमजान शरीफ को सूरज डूबने से पहले मस्जिद में खास इबादत की नीयत से अल्लाह के घर में एतकाफ की नीयत से बैठता है रमजान शरीफ के आखिरी अशरे में इंसान अपने रब को राजी करने की भरपूर कोशिश करता है इसी क्रम में मुनव्वरह मस्जिद क़ादर चाल घाटकोपर वेस्ट मुंबई में चंद मुसलमानों ने मुनव्वरह मस्जिद में एतकाफ की नीयत से अल्लाह को राजी करने की भरपूर कोशिश की एतकाफ की फजीलत यह है जब कोई बंदा माहे रमजान उल मुबारक में एतकाफ करता है तो अल्लाह तआला उसे हज और उमरे के बराबर सवाब अता फरमाता है इस महीने में बन्दा रो रो कर अपने रब को राजी करने की भरपूर कोशिश करता है
हमारे संवाददाता से बात करते हुए जनाब अजहर सर मौलाना चॉल ने बताया कि एतकाफ में इबादत करने का मजा ही कुछ और है हम लोगों ने मुस्तफा की सुन्नत शरीयत की पाबंदी,और अपने मुल्क की सलामती और खुशहाली के लिए खूब दुआएं की,मस्जिदे मुनव्वरह की तरक्की और यहां के मुसलमानों की तरक़्क़ी के लिए खूब दुआएं की,अल्लाह तआला की बारगाह में दुआ करते हैं कि अल्लाह तआला हम सब की इबादत,माहे रमजान उल मुबारक में कुराने पाक की तिलावत,नमाजे तरावीह,सदक़ा व खैरात अपनी बारगाह में कबूल फरमाए और इसका अजर हम सब को दोनों जहां में नसीब फरमाए