रायपुर। रायपुर पुलिस ने बीते 26 मई को छत्तीसगढ़ के दो कारोबारियों की हत्या की प्लानिंग को विफल करते हुए लारेंस बिश्नोई और अमन साहू गैंग के गिरफ्तार चार शूटरों को गिरफ्तार किया था। इस मामले में अब तक कई खुलासे हो चुके है। इस बीच रायपुर पुलिस ने इन शूटरों को हथियार सप्लाई करने वाले एक अंतरराज्यीय तस्कर को मध्यप्रदेश से गिरफ्तार किया है।
रायपुर पुलिस क्राइम एएसपी संदीप मित्तल ने पूरे मामले का खुलासा किया है। जानकरी के मुताबिक, पुलिस के हत्थे चढ़े 4 शूटर्स में से एक रोहित स्वर्णकार से पूछताछ के दौरान उसने बताया कि उसे मध्यप्रदेश के इंदौर शहर के सेंधवा में एक शख्स से पिस्टल खरीदी थी। जिसके बाद रोहित की निशानदेही पर एंटी क्राईम एंड साईबर यूनिट की टीम ने हथियार तस्कर का लोकेशन ट्रेस करना शुरू किया। इस दौरान मध्य प्रदेश के रहने वाले राजवीर सिंह चावला (उम्र 21) पिता रमेश सिंह चावला के रूप में आरोपी की पहचान हुई। जिसके बाद छत्तीसगढ़ पुलिस की एक विशेष टीम ने स्थानीय बड़वानी पुलिस की सहायता से राजवीर सिंह चावला को धर दबोचा और रायपुर ले आई।
पुलिस की पूछताछ में आरोपी राजवीर सिंह चावला ने अवैध रूप से पिस्टल बनाने और उसकी खरीदी-बिक्री का कार्य करने की बात स्वीकार की है। पुलिस ने बताया कि आरोपी राजवीर सिंह चावला उसकी बनाई पिस्टल की बिक्री के लिए मोन्टू सिंह नाम से अपनी फर्जी फेसबुक आई.डी. का प्रयोग करता था। आरोपी पिस्टल बनाकर उसकी तस्वीर अपनी फेसबुक आई.डी. में अपलोड करता था। हथियार खरीदने वाले उसकी आई.डी. में डली पिस्टल की फोटो को देखकर उससे फेसबुक के माध्यम से संपर्क करते थे। जिसके बाद व्हॉट्सएप कॉलिंग के माध्यम से पिस्टल की खरीदी-बिक्री की जाती थी। अवैध हथियार के खरीदी बिक्री के लिए व्हॉट्सएप कॉलिंग के लिये आरोपी 2 विदेशी व्हॉट्सएप नंबर अजरबाईजान (+994) एवं पुर्तगाल (+351) का उपयोग करता था।
मयंक सिंह ने रोहित को पिस्टल देने कहा थाहथियार तस्कर राजवीर सिंह चावला ने पुलिस को बताया कि कुछ दिनों पूर्व मयंक सिंह ने उसके फेसबुक आई.डी. के जरिए उससे संपर्क किया था। मयंक ने उसे कहा था कि कुछ दिनों बाद तुमसे रोहित नाम का शख्स आकर मिलेगा तुम उसे पिस्टल दे देना। कुछ दिन बाद जब रोहित ने उसे आकर पैसे दिए तो उसने उसे पिस्टल दे दी।