भोपाल। मध्य प्रदेश के सागर जिले में 12 करोड़ रुपये की कीमत के आईफोन की लूट की शिकायत में लापरवाही बरतने के आरोप में तीन पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की गई है। सागर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संजय उइके के अनुसार, पुलिस महानिरीक्षक प्रमोद वर्मा ने इस मामले में कठोर कार्रवाई की है।
बांदरी थाना प्रभारी निरीक्षक भागचंद उइके और सहायक उपनिरीक्षक राजेंद्र पांडे को लाइन हाजिर कर दिया गया है, जबकि कांस्टेबल राजेश पांडे को सस्पेंड किया गया है। इन पुलिसकर्मियों पर आरोप है कि उन्होंने एक महत्वपूर्ण शिकायत को नजरअंदाज किया, जिसमें ट्रक के ड्राइवर ने 15 अगस्त को एक बड़ी चोरी की रिपोर्ट दर्ज करने की कोशिश की थी।
ड्राइवर ने दावा किया कि हरियाणा के गुरुग्राम से चेन्नई जा रहे कंटेनर की लूटपाट के दौरान उसे नशीला पदार्थ देकर बेहोश कर दिया गया था। ट्रक के ड्राइवर ने घटना के तुरंत बाद पुलिस से संपर्क किया था, लेकिन अधिकारियों ने उसकी शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं की।
सागर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ने कहा, हम ट्रांसपोर्टर के दावे की पुष्टि कर रहे हैं कि लगभग 1600 आईफोन, जिनकी कीमत लगभग 12 करोड़ रुपये है, चोरी हो गए हैं। आईफोन की निर्माता कंपनी ने अभी तक पुलिस से संपर्क नहीं किया है। मैं घटना स्थल पर हूं और ट्रक की वीडियोग्राफी की जा रही है।
उन्होंने बताया कि कंटेनर की डकैती की शुरुआत नरसिंहपुर जिले में हुई थी। प्रारंभिक जांच पूरी होने के बाद मामला दर्ज किया जाएगा। इस बीच, घटना की गहन जांच जारी है।
क्या है मामला
मिली जानकारी के अनुसार, चेन्नई से एप्पल कंपनी के मोबाइल लेकर कंटेनर दिल्ली के लिए रवाना हुआ था। कंटेनर में ड्राइवर और सुरक्षा गार्ड सवार था। कंटेनर जैसे ही लखनादौन पहुंचा, तो सुरक्षा गार्ड ने एक युवक को सहयोगी बताकर कैबिन में बिठा लिया। नरसिंहपुर पहुंचने पर ड्राइवर को नींद आने लगी, तो सुरक्षा गार्ड ने कंटेनर साइड में लगाकर सोने के लिए बोला। ड्राइवर गाड़ी खड़ी कर सो गया। दूसरे दिन आंख खुली, तो हाथ-पैर बंधे थे। ड्राइवर ने जैसे-तैसे रस्सी खोली और कंटेनर के पीछे आकर देखा, तो उसका गेट खुला था और अंदर खाली कार्टून पड़े थे। उनमें से मोबाइल गायब थे। आरोपियों ने कार्टून में रखे मोबाइल फोन निकाले और अपने साथ ले गए।