भिलाई। साइबर अपराधियों का मनोबल बढ़ता जा रहा है। डिजिटल धोखाधड़ी का मुद्दा काफ़ी चर्चा में है। लोग ठगी करने वालों के निशाने पर आ रहे हैं। इसलिए सतर्क रहना ज़रूरी है। भिलाई में एक संदेश तेज़ी से फैल रहा है, जिसमें लोगों से धोखाधड़ी से बचने की अपील की जा रही है।
बता दें कि, दोपहर करीब 2 बजे 50 वर्षीय महिला शाखा में पहुंची और निजी जरूरतों का हवाला देते हुए 39 लाख की एफडी तोड़कर अपने बचत खाते में जमा करवाई। उसने 45 लाख की आरटीजीएस ट्रांजैक्शन करने के लिए वाउचर पेश किया, जिसमें असम के सिलचर में एक खाते का जिक्र था। वहीं आरटीजीएस लेनदेन के बारे में पूछताछ करने पर, ग्राहक ने बताया कि, वह जमीन खरीदने के लिए पैसे भेज रही थी। कर्मचारियों को तुरंत संदेह हुआ और उन्हें एहसास हुआ कि मामला डिजिटल गिरफ्तारी का है। उन्होंने ग्राहक से विस्तृत बातचीत की, स्पष्टीकरण दिया, जिसके बाद उसने बताया कि वह और उसका बेटा सुबह सात बजे से डिजिटल गिरफ्तारी में थे।
वहीं एसबीआई रिसाली शाखा के कर्मचारियों और अधिकारियों की सूझबूझ एवं त्वरित कार्रवाई से ग्राहक के जीवन भर की कमाई सुरक्षित रही। एक वायरल संदेश में अन्य शाखाओं के सभी कर्मचारियों से अनुरोध किया गया है कि वे ग्राहकों से धन हस्तांतरण से संबंधित किसी भी लेनदेन के उद्देश्य के बारे में कृपया पूछें। ऐसा करके, आप ग्राहकों के संभावित नुकसान को रोकने में मदद कर सकते हैं।