राजनांदगांव। पुलिस आरक्षक भर्ती की शारीरिक दक्षता परीक्षा के दौरान अनुचित तरीके से नंबर बढ़ाने के मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए कंपनी के तीन स्थानीय कंप्यूटर ऑपरेटरों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में फवेंद्र चनाप (23), विशाल यादव (23) और यशवंत उइके (25) शामिल हैं। ये सभी कंपनी में दैनिक मानदेय पर कार्यरत थे और इन पर आरोप है कि इन्होंने परीक्षा में चयनित अभ्यर्थियों के नंबर बढ़ाए थे।
इस मामले में अब तक कुल 14 आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है, जिनमें सात पुलिसकर्मी, पांच कंपनी के कर्मचारी और दो महिला अभ्यर्थी शामिल हैं। पुलिस की कार्रवाई के बाद कंपनी में हड़कंप मच गया है और आरोपियों से कड़ी पूछताछ की जा रही है।
पुलिस ने इस मामले में डिजिटल साक्ष्य, सीसीटीवी फुटेज, मोबाइल चैटिंग संदेश और गवाहों के बयान एकत्र किए हैं। इन सबूतों के आधार पर आरोपित कंप्यूटर ऑपरेटरों ने स्वीकार किया कि उन्होंने नंबर बढ़ाने के कार्य में संलिप्तता दिखाई थी। जांच के दौरान यह भी सामने आया कि पुलिस रेंज की भर्ती में फर्जीवाड़े के बाद इसे रद्द कर दिया गया है।
इस मामले में पुलिस प्रशासन ने कंपनी से अभ्यर्थियों का वास्तविक डाटा उपलब्ध कराने की मांग की, लेकिन कंपनी एक सप्ताह का डाटा ही उपलब्ध करा पाई है, जो संदेह को और गहरा करता है। पुलिस ने अब तक की कार्रवाई को लेकर यह स्पष्ट किया है कि इस मामले में और भी गिरफ्तारियां हो सकती हैं।