रायपुर। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कोयला घोटाला केस में जेल में बंद कांग्रेस नेता सूर्यकांत तिवारी की करीब पौने 50 करोड़ की संपत्ति अटैच कर ली है। ईडी ने यह जानकारी अपने X पोस्ट के जरिए दी है।
सूर्यकांत किस आरोप में खा रहा जेल की हवा ?
बता दें कि, छत्तीसगढ़ के चर्चित कोल लेवी घोटाला केस में पहले EOW ने स्पेशल कोर्ट में आवेदन पेश किया था। आवेदन मेंं यह कहा गया था कि सौम्या चौरसिया को सूर्यकांत तिवारी के रिश्तेदार मनीष उपाध्याय और जय नामक व्यक्ति के जरिए 36 करोड़ रुपए पहुंचाए गए थे। यह पैसा अवैध रूप से लेवी के जरिए आया था। निलंबित आईएएस रानू साहू ने कोयला घोटाला मामले में कारोबारी सूर्यकांत तिवारी और उनके साथियों के द्वारा ट्रांसपोर्टरों से अवैध वसूली करने में मदद की थी। मदद के बदले में मिलने वाले पैसे से निलंबित आईएएस रानू साहू ने अपने भाई पीयूष साहू और अन्य रिश्तेदारों के नाम से कई चल और अचल संपत्तियां खरीदी।
चुनाव में भी इस्तेमाल किया गया पैसा
अवैध धन का इस्तेमाल सरकारी अधिकारियों और राजनेताओं को रिश्वत देने के लिए किया गया था, पीओसी का कुछ हिस्सा चुनावों में भी खर्च किया गया था। शेष धनराशि का उपयोग विभिन्न चल और अचल संपत्तियों के अधिग्रहण के लिए किया गया था।
अटैच संपत्ति तिवारी, रानू,सौम्या, समीर की भी
बता दें कि, इससे पहले ईडी ने लगभग 55.37 करोड़ रुपये की कई चल और अचल संपत्तियां कुर्क की हैं, जो निलंबित आईएएस रानू साहू, निलंबित आईएएस समीर बिश्नोई समेत अन्य से संबंधित हैं। छत्तीसगढ़ के तत्कालीन मुख्यमंत्री की तत्कालीन ओएसडी सौम्या चौरसिया, आईएएस जय प्रकाश मौर्य और राम गोपाल अग्रवाल, राम प्रताप सिंह, विनोद तिवारी, चंद्र देव प्रसाद राय, देवेंद्र सिंह यादव, सभी राजनीतिक रूप से उजागर व्यक्ति थे। घोटाले की जांच के तहत ईडी ने 11 लोगों को गिरफ्तार किया है और 25 आरोपियों के खिलाफ विशेष अदालत (पीएमएलए) के समक्ष तीन अभियोजन शिकायतें दर्ज की हैं, जिसने दायर शिकायतों का संज्ञान लिया है। इसके अलावा, आरोपी व्यक्तियों की 270 करोड़ रुपये की संपत्ति पहले ही आज तक जब्त की जा चुकी है,आगे की जांच जारी है।