जम्मू-कश्मीर के कटरा जिले के इलाके के पास एक बड़ा दर्दनाक हादसा हुआ है, जिसमें दिल्ली जा रही तीर्थयात्रियों से भरी एक बस खाई में गिर गई. बता दें कि, यह घटना जम्मू के मांडा इलाके के पास हुई. हालांकि, राहत की बात यह है कि फिलहाल इस दुर्घटना में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं मिली है और रेस्क्यू ऑपरेशन का काम तेजी से जारी है.
हादसे की जानकारी और बचाव अभियान
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, यह हादसा कटरा से जम्मू की ओर जा रही एक बस में हुआ, जिसमें कुल 19 यात्री सवार थे. इस दुर्घटना के तुरंत बाद, बचाव कार्य शुरू किया गया और सभी यात्रियों को सुरक्षित निकालने का प्रयास किया गया.
जम्मू के एसएसपी (ट्रैफिक) फैसल कुरैशी ने इस हादसे पर जानकारी दी और बताया कि “हादसे का शिकार हुई बस कटरा से जम्मू जा रही थी. इसमें 19 यात्री सवार थे. ऐसे में लगभग सभी को सुरक्षित निकाल लिया गया है.
बस चालक की क्या है स्थिति?
एसएसपी ने आगे बताया कि बस का चालक अब भी खाई में फंसा हुआ है, और उसे बचाने के लिए टीम पूरी कोशिश कर रही है. हालांकि, उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि बाकी सभी यात्री अब खतरे से बाहर हैं.
इस घटना के बाद पुलिस और स्थानीय प्रशासन द्वारा बचाव कार्यों को तेजी से अंजाम दिया जा रहा है. यात्री भी राहत की सांस ले रहे हैं क्योंकि सभी को सुरक्षित निकाल लिया गया है. फिलहाल, दुर्घटना के कारणों का पता नहीं चल पाया है और जांच-पड़ताल जारी है.
सांबा जिले में स्कूल बस पलटी
हालांकि, इससे पहले शुक्रवार (21 फरवरी) को सांबा जिले के राजपुरा तहसील स्थित चक दुल्मा गांव में सुबह एक स्कूल बस पलट गई. हादसे के समय बस में छह छात्र सवार थे, लेकिन गनीमत रही कि बस की गति धीमी थी, जिससे बड़ा नुकसान होने से बचा. बस के सहचालक ने तत्परता दिखाते हुए बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया. इस दुर्घटना में दो छात्रों को मामूली चोटें आईं, लेकिन किसी की जान को खतरा नहीं था.
जानिए कैसे बची जान?
रिपोर्ट्स के अनुसार, यह हादसा चक दुल्मा गांव में उस समय हुआ जब स्कूल बस बच्चों को लेकर अपने रास्ते पर थी. बस अचानक पलट गई, लेकिन चालक की सजगता और सहचालक की मदद से बच्चों को तुरंत बाहर निकाला गया. सहचालक ने बताया, “बस की गति धीमी थी, जिससे बड़ा हादसा टल गया. । बच्चों को बिना किसी अधिक चोट के निकाल लिया गया.
दो छात्रों को मामूली चोटें आईं
इस दुर्घटना में दो छात्रों को मामूली चोटें आईं, जिन्हें नजदीकी अस्पताल में प्राथमिक उपचार दिया गया. बच्चों के परिवार वालों को घटना की जानकारी दी गई और सभी की स्थिति अब स्थिर है.