वाराणसी: स्पेशल टास्क फोर्स (STF) वाराणसी अनिल कुमार सिंह के नेतृत्व में कमिश्नरेट की रोहनिया को साथ लेकर अन्तर्राज्यीय स्तर पर मादक पदार्थो की तस्करी करने वाले उस्मानपुरा (जैतपुरा) निवासी रामबाबू को मोहनसराय अण्डरपास के पास से गिरफ्तार किया है. तस्कर के पास से एसटीएफ ने 5 किलो 400 ग्राम चरस बरामद किया है. रोहनिया थाने में आरोपी के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है ।
एसटीएफ को पहले से थी रामबाबू को वाराणसी पहुचने की जानकारी
एसटीएफ को सूचना मिली कि वाराणसी में मादक पदार्थ की तस्करी करने वाले गिरोह के सरगना देवेन्द्र कुमार मिश्रा व महेन्द्र मिश्रा उर्फ छोटू निवासी नीलकण्ठ (काली माता मंदिर के पास) थाना चौक अपने एक साथी रामबाबू के साथ 22 फरवरी को दिल्ली होते हुए मनाली, हिमांचल प्रदेश गया है. 27 को को देवेन्द्र और महेन्द्र ने रामबाबू को बस में बैठा दिया गया है. जो चरस लेकर मनाली से दिल्ली व कानपुर होते हुए वाराणसी आने वाला है. इसी सूचना पर एसटीएफ ने 1 मार्च को गिरफ्तार किया है ।
हिमाचल से होती है खरीद काशी सहित अन्य जिलो मे होती है विक्री
गिरफ्तार रामबाबू ने एसटीएफ के पूछताछ में बताया कि वह देवेन्द्र और उपेन्द्र का पुराना दोस्त है. बताया कि देवेन्द्र मिश्रा और महेन्द्र मिश्रा दोनों सगे भाई ही इस गैंग के मुख्य सरगना है. यह हिमांचल प्रदेश के तनु से माल लेते है और वाराणसी में लाकर मुकेश मिश्रा उर्फ श्याम व मिठ्ठू नामक डिलेवरी ब्वाय के माध्यम से वाराणसी के विभिन्न स्थानों के साथ-साथ वाराणसी के बाहर भी भेजकर भारी लाभ कमाते है. देवेन्द्र और महेन्द्र ने रामबाबू को 20 हजार रूपये का लालच देकर अपने साथ दिनांक 22 फरवरी को बनारस स्टेशन से ट्रेन द्वारा दिल्ली ले गए और दिल्ली से तीनों मनाली हिमांचल प्रदेश गए।
सुल्तानपुर मे पकडे गये तश्कर की मुखबिरी से मिली कामयाबी
एसटीएफ ने इस गैंग के दो सदस्यों को एसटीएफ ने मुखबिर की सूचना पर 28 जनवरी को दो सुल्तानपुर से अरेस्ट किया था. एसटीएफ को सूचना मिली थी कि जनपद वाराणसी में ड्रग्स माफियाओं का एक संगठित गिरोह कार्य कर रहा है. जिनके द्वारा चरस, गांजा, हषीष, स्मैक आदि नशीले पदार्थ हिमाचल प्रदेश के मनाली, बिहार व नेपाल के बार्डर से भारी मात्रा में लाकर जनपद वाराणसी एवं आसपास के जनपदों में बेचा जाता है. मादक पदार्थ तस्करों द्वारा मादक पदार्थ बस या ट्रेन के द्वारा भी देश के विभिन्न हिस्सों में पहुंचवाया जाता है.
बिहार का संतोष व चितईपुर की शिखा पहले ही हो गये थे गिरफ्तार
मुखबिर से सूचना मिली कि गिरोह की दो तस्कर जिसमें एक महिला है वह चरस लेने मनाली गई है, वह दिल्ली होते हुए वाराणसी आ रहे है. सूचना पर टीम ने सुल्तानपुर थाने के सामने बस को रुकवाकर जांच की तो दोनों तस्करों को गिरफ्तार किया गया. एसटीएफ के मुताबिक गिरफ्तार तस्करों की पहचान संतोष कुमार झा निवासी गडबडुवाड़ी (सुपौल) बिहार और शिखा वर्मा निवासी कंदवा (चितईपुर) वाराणसी के रुप में हुई है. गिरफ्तार तस्करों के पास से 5 किलो 628 ग्राम चरस जिसकी अनुमानित कीमत लगभग 30 लाख रूपये आंकी गई है वह बरामद हुआ था.