नई दिल्ली: भारत और पाकिस्तान के बीच 86 घंटे तक चला संघर्ष शनिवार शाम 5 बजे सीजफायर की घोषणा के साथ खत्म हुआ। लेकिन इस शांति की उम्मीदों को पाकिस्तान ने महज 4 घंटे में तोड़ दिया, जब रात 8:15 बजे के बाद जम्मू-कश्मीर की अंतरराष्ट्रीय सीमा पर भारी गोलीबारी शुरू कर दी गई।
🤝 DGMO स्तर पर हुई थी सहमति
भारत और पाकिस्तान के DGMO (डायरेक्टर जनरल मिलिट्री ऑपरेशन्स) के बीच बातचीत के बाद दोनों देशों ने सीजफायर लागू करने का फैसला लिया था। समझौते में जल, थल और वायु तीनों मोर्चों पर हमला न करने की बात तय की गई थी। भारत के विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि अगला संवाद 12 मई को होना तय है।
💣 पाकिस्तान ने फिर तोड़ा भरोसा
सीजफायर के कुछ ही घंटों बाद पाकिस्तान ने एक बार फिर संघर्षविराम का उल्लंघन कर दिया। जम्मू-कश्मीर के अखनूर, राजौरी, आरएसपुरा सेक्टरों में भारी गोलीबारी की गई। इसके अलावा, बारामूला जिले में एक संदिग्ध ड्रोन विस्फोट की भी सूचना मिली है, जिससे हालात और ज्यादा तनावपूर्ण हो गए।
🔥 भारत की सख्त प्रतिक्रिया
भारत ने पाकिस्तान की इस उकसावेभरी कार्रवाई पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। भारतीय सेना को पूरी सतर्कता के साथ सीमा पर तैनात किया गया है और किसी भी उकसावे का मुंहतोड़ जवाब देने के निर्देश दिए गए हैं। पलनवाला सेक्टर में भी पाकिस्तान की गोलीबारी का जवाबी कार्रवाई के तहत उत्तर दिया गया है।
📌 शांति की राह मुश्किल
भारत ने सीजफायर को एक सकारात्मक पहल के रूप में देखा था, लेकिन पाकिस्तान की नीयत ने फिर एक बार विश्वास तोड़ा है। भारतीय पक्ष फिलहाल संयम बरत रहा है, लेकिन सीमाओं की सुरक्षा और संप्रभुता से कोई समझौता नहीं किया जाएगा। सेना हर स्थिति के लिए तैयार है।