दिल्ली। भारत और तुर्की के बीच बढ़ते तनाव का असर अब व्यापारिक मोर्चे पर भी साफ नजर आने लगा है। भारत सरकार ने हाल ही में तुर्की की एयरपोर्ट ग्राउंड हैंडलिंग कंपनी “सेलेबी हावा सर्विसी” की सुरक्षा मंजूरी रद्द कर दी है। इसके बाद कंपनी को दो दिन में ही करीब 2,500 करोड़ रुपए का नुकसान हो गया है। भारत के ब्यूरो ऑफ सिविल एविएशन सिक्योरिटी (BCAS) ने 16 मई को सेलेबी एयरपोर्ट सर्विसेज इंडिया की सुरक्षा मंजूरी को तत्काल प्रभाव से रद्द कर दिया। इसका सीधा असर देश के कई बड़े एयरपोर्ट्स पर पड़ा है जहां यह कंपनी ग्राउंड हैंडलिंग का काम कर रही थी। अब दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु और हैदराबाद जैसे एयरपोर्ट्स पर सेलेबी की जगह दूसरी ग्राउंड हैंडलिंग कंपनियों को तैनात किया जा रहा है।
तुर्की की पाकिस्तान से नजदीकी बनी वजह
इस कार्रवाई के पीछे राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी चिंताओं को वजह बताया गया है। माना जा रहा है कि यह फैसला उस समय लिया गया जब तुर्की ने भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच खुलकर पाकिस्तान का समर्थन किया। इससे भारत सरकार ने यह कदम उठाया जिससे सेलेबी की इंडियन यूनिट्स को सीधा झटका लगा।
दो दिन में 2,500 करोड़ का नुकसान, शेयरों में 20% की गिरावट
भारत सरकार की कार्रवाई के बाद सेलेबी के शेयर तुर्की के बोरसा इस्तांबुल एक्सचेंज में लगातार दो दिन में 20% तक गिर गए। गुरुवार को कंपनी का शेयर 10% टूटकर 2,224 तुर्की लीरा पर बंद हुआ और शुक्रवार को फिर 10% गिरकर 2,002 लीरा पर आ गया। इस भारी गिरावट के कारण कंपनी के मार्केट कैप में दो दिन में 2,500 करोड़ रुपए से ज्यादा की गिरावट दर्ज की गई।
सेलेबी का जवाब: यह कंपनी पूरी तरह भारतीय है
भारत सरकार के फैसले के बाद सेलेबी हावा सर्विसी ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। कंपनी ने कहा है कि वह इस फैसले को दिल्ली हाईकोर्ट में चुनौती दे रही है। साथ ही दावा किया कि उनकी भारतीय यूनिट पूरी तरह से एक भारतीय कंपनी की तरह संचालित होती है, जिसका प्रबंधन भारतीय पेशेवरों के हाथों में है। कंपनी ने यह भी कहा कि वह हमेशा भारतीय कानूनों का पालन करती आई है और कभी भी सुरक्षा के लिए खतरा नहीं बनी है।
2100 करोड़ का निवेश, 10 हजार से ज्यादा को रोजगार
सेलेबी एयरपोर्ट सर्विसेज ने 2009 में भारत में अपने ऑपरेशन की शुरुआत की थी। तब से अब तक कंपनी भारत में करीब 250 मिलियन डॉलर (लगभग 2100 करोड़ रुपए) का निवेश कर चुकी है और 10,000 से ज्यादा भारतीयों को रोजगार भी दे चुकी है। कंपनी फिलहाल देश के 9 एयरपोर्ट्स पर काम कर रही थी।
हाईकोर्ट में चुनौती और सोशल मीडिया पर सफाई
सेलेबी ने भारत सरकार के इस फैसले को दिल्ली हाईकोर्ट में चुनौती दी है जिसकी सुनवाई 20 मई को होनी है। इसके अलावा सोशल मीडिया पर चल रही उन खबरों का भी खंडन किया है जिसमें कंपनी को तुर्की के राष्ट्रपति एर्दोगन की बेटी सुमेये एर्दोगन से जोड़ा गया था। कंपनी ने कहा कि यह दावा पूरी तरह से गलत और भ्रामक है। सेलेबी के अनुसार इसका बहुलांश स्वामित्व अंतरराष्ट्रीय निवेशकों के पास है जिनका किसी राजनीतिक पार्टी से कोई संबंध नहीं है।