भिलाई। छत्तीसगढ़ में पहली बार चाइनीज मांझे से किसी की मौत का मामला सामने आया है। दुर्ग जिले में चाइनीज मांझे से गला कटने से जिस युवक की मौत हुई है वो अपने 5 साल के रिश्तेदार के साथ बाइक से जा रहा था। रिश्तेदार भी सड़क पर गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गया।
इलाज के दौरान मौत
दरअसल, जी केबिन निवासी अज्जू तांडेकर (18)पिता विरेंद्र अपनी बाइक से सोमवार की सुबह मौसी के 5 वर्षीय बेटे विहान के साथ स्कूल जाने के नाम पर घर से बाइक से निकला था। चरोदा जीआरपी पुलिस चौकी प्रभारी गोपी सिंह पैकरा ने बताया कि गणेश मंदिर के पास कुछ बच्चे पतंग उड़ा रहे थे। इस दौरान बाइक से जा रहे अज्जू का गला मांझे से कट गया। इसकी वजह से उसकी बाइक का बैलेंस बिगड़ गया और गिर गया।
आसपास के लोगों ने उसे लहूलुहान हालत में लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल सुपेला पहुंचाया। वहां से उसे दुर्ग जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। जहां इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया।
पुलिस कर रही है मामले की जांच
पांच साल के सिहान की हालत गंभीर बनी हुई है। सूचना मिलने पर पुलिस ने शव को पोस्ट मार्टम के लिए जिला अस्पताल की मरचुरी में रखवा दिया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
चाइनीज मांझे पर है प्रतिबंध
बता दें कि, 2016 में नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने देशभर मे पतंग उड़ाने के लिए इस्तेमाल होने वाले चाइनीज मांझे की खरीद-फरोक्त, स्टोरेज और इस्तेमाल पर पूरी तरह रोक लगा दी थी। ये रोक नायलोन मांझा और ग्लास कोटिंग के कोटन मांझे पर भी लगाई गई है। नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने अपना ये आदेश खास तौर से एक डेढ़ महीने के अंदर आने वाले त्योहारों के मद्देनजर दिया था। इसके अलावा देश की अन्य अदालतों ने भी इसपर रोक लगा रखी हैं। बंसत पंचमी पर खास तौर से पतंगे उड़ाई जाती हैं और उस दौरान पक्षियों के साथ-साथ आम लोगों के भी घायल होने की खबरें मिलती है।