रायपुर। उपमुख्यमंत्री और गृहमंत्री विजय शर्मा बीजापुर जिले के सिलगेर (Silger) के लिए रवाना हो गए हैं। यहां आदिवासी डेढ़ साल से अधिक समय से आंदोलन कर रहे हैं। मंत्री ने रवाना होने से पहले कहा कि विकास की सारी व्यवस्थाएं इन गांवों में उपलब्ध कराई जा रही है। ग्रामीणों को पीएम आवास, आंगनबाड़ी, सामुदायिक भवन, महतारी सदन, यात्री प्रतीक्षालय, 500 यूनिट बिजली फ्री, पानी हैंडपंप की व्यवस्था, घरेलू सिंचाई कनेक्शन दिए जा रहे हैं। इसके बावजूद विरोध किया जा रहा है।
आदिवासी क्यों कर रहे आंदोलन
सरकार ने बीजापुर जिले के सिलगेर गांव में नए पुलिस कैंप (Silger Police Camp) स्थापित किए हैं। इसके विरोध में ग्रामीण 11 मई 2021 को आंदोलन शुरू किया। आंदोलन के 5वें दिन ग्रामीणों और पुलिस के बीच झड़प हो गई। इस दौरान पुलिस ने ग्रामीणों पर फायरिंग कर दी। इसमें 4 ग्रामीणों की मौत हो गई। मृतकों में एक गर्भवती महिला भी शामिल थीं। पुलिस फायरिंग के बाद ग्रामीणों का आंदोलन और उग्र हो गया, जो अब तक जारी है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, आंदोलनकारी तीन सूत्रीय मांगों को लेकर अड़े हुए हैं।
जानिए क्या है मांगें
1.नए पुलिस कैंप हटाया जाए
2.पुलिस फायरिंग में मृत ग्रामीणों के परिवारों को 1-1 करोड़ रुपए मुआवजा दिया जाए
3.दोषी पुलिसकर्मियों को सजा देने के साथ घायलों को 50-50 लाख रुपए दिया जाए
नक्सली विकास का रहे विरोध : डिप्टी सीएम विजय शर्मा
डिप्टी सीएम विजय शर्मा का कहना है कि, ग्रामीणों तक विकास पहुंचाना चाहते हैं, लेकिन नक्सली इसका विरोध कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि विकास के कैंप बस्तर में दूर-दूर खुल रहे हैं, लेकिन इन कैंपों का विरोध किया जा रहा है। इसे लेकर अफसरों की बैठक लेकर योजना बनाई जाएगी। गृह मंत्री सिलगेर के बाद टेकलगुड़ा जाएंगे।
बता दें कि 30 जनवरी को नक्सलियों ने टेकलगुड़ा कैंप पर हमला किया था, जिसमें तीन जवान शहीद हो गए। वहीं 14 जवान घायल हो गए। घायलों का रायपुर के अस्पताल में इलाज किया जा रहा है।