रिपोर्टर पवन साहू
स्कूली छात्र छात्राओं एवं कैंप के अधिकारी/कर्मचारियों द्वारा यातायात जागरूकता के संबंध स्लोगन लेकर किया आने जाने वाले एवं वाहन चालकों को जागरूक
पुलिस अधीक्षक प्रशांत ठाकुर एवं सेनानी छठवीं वाहिनी सीएएफ शशिमोहन सिंह के दिशानिर्देश में उप सेनानी सुरेशा चौबे के मार्गदर्शन पर सीएएफ कैंप बहीगांव द्वारा सुदूर ग्राम कसपुर हाई स्कूल एवं प्राथमिक शाला के छात्र छात्राओं को राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा माह के तहत एक दिवसीय शिविर के माध्यम से यातायात नियमों के संबंध में जागरूक किया गया।
बहीगांव कैंप प्रभारी अर्जुन सिंह ठाकुर द्वारा छात्र-छात्राओं बताया कि भारत में हर रोज 1263 सड़क दुर्घटना घटित होती है, जिसमें 461 लोगो की मृत्यू हो जाती है।
हमें सड़क दुर्घटना से बचने के यातायात नियमों का पालन करना चाहिये, जैसे दो पाहिया चार पाहिया वाहन चलाने के दौरान हेलमेट, सीट बेल्ट का उपयोग करे, स्कूल आते-जाते समय झुड़ में ना चले, मार्ग में हमेशा बॉये चले, मार्ग में ना खेले, ऐसे छोटी-छोटी सावधानी से सड़क दुर्घटना से बचा जा सकता है।
सिग्नल के संबंध में बताये की जब हरी लाईट जले तो रोड पार करना है, पीले लाईट में चलने के लिए तैयार होना है, लाल लाईट जलने पर रूकना है।
सिग्नल पर हमेशा बॉये तरफ स्टाप लाईन पर रूकना चाहिये, पैदल चलने के दौरान रोड में जेब्र क्रासिंग से या खाली जगह जहाँ से आने-जाने वाले वाहन स्पष्ट दिखते हो वहाँ से रोड पार करना चाहिये।
आमजनों एवं वाहन चालकों को बोराई मार्ग पर यातायात नियमों के प्रति जागरूक करने छात्र-छात्रों के साथ बोराई रोड कट्टीगांव से बहीगांव तक जागरूकता रैली निकाली गई।
रैली के माध्यम से बेनर में यातायात जागरूकता स्लोगन के साथ आमजनों को हेलमेट, सीट बेल्ट पहन कर वाहन चलाने, वाहन चलाने के दौरान मोबाईल फोन का उपयोग नही करने, दो पाहिया वाहन में तीन सवारी नही चलने, शराब सेवन कर वाहन नही चलाने, नाबालिक बच्चों को वाहन नही देने, प्रेशर हार्न का उपयोग नही करने का संदेश दिया गया।
सभी छात्र छात्रों को कैंप प्रभारी के तरफ से स्कूली बच्चों को नास्ता एवं चाकलेट वितरण किया गया।
उक्त यातायात जागरुकता कार्यक्रम में कसपुर के शिक्षकगण एवं सीएएफ. पुलिस कैंप सीता नदी (बहीगांव)के प्रभारी अर्जुन सिंह ठाकुर,वरिष्ठ प्लाटून कमांडर इंद्रमणि मिश्रा, एपीसी रामसनेहीयादव,एपीसी.सीलभानूस एक्का एवं कैंप के पुलिस स्टॉफ एवं कसपुर के छात्रछात्रायें अधिक संख्या में उपस्थित थे।