नई दिल्ली। अग्निवीरों की पेंशन विवाद पर बड़ा अपडेट सामने आया है। उन्हें नियमित सैनिकों की तरह उनके परिवार को पेंशन व अन्य सुविधाएं मिल सकती है। रक्षा पर संसद की स्थायी समिति ने सिफारिश की है। मौजूदा समय में ड्यूटी के दौरान मरने वाले अग्निवीर के परिवार के लिए पेंशन का प्रावधान नहीं है। दूसरी तरफ कोई नियमित सैनिक शहीद हो जाता है, तो उसके परिवार, पत्नी या माता-पिता को जीवन भर पेंशन मिलती है।
संसद की संसदीय समिति ने अग्निवीरों के लिए उनके परिवार को पेंशन व अन्य सुविधाएं देने की सिफारिश की है। समिति ने अपनी ताजा रिपोर्ट में कहा है, ‘परिजनों के दुख को ध्यान में रखते हुए, समिति सिफारिश करती है कि ड्यूटी के दौरान बलिदान होने वाले अग्निवीर के परिजनों को भी वहीं फायदे और सुविधाएं मिलनी चाहिए, जो सामान्य सैनिकों को परिजनों को मिलते हैं।’
समिति ने संसद में पेश अपनी एक रिपोर्ट में कहा है कि, सरकार को ड्यूटी के दौरान मरने वाले सैनिकों के परिवारों को दी जाने वाली अनुग्रह राशि को तमाम श्रेणियों में प्रत्येक में 10 लाख रुपए तक बढ़ाने पर विचार करना चाहिए।
क्या है अग्निवीर योजना (What is Agniveer Yojana?)
सरकार ने 2022 में सेना की तीनों सेवाओं में अग्निपथ योजना (agnipath yojana) की शुरुआत की थी। इसका उद्देश्य भारतीय सेना के मानव संसाधन प्रबंधन में आदर्श परिवर्तन लाना है। इस योजना के तहत चयनित युवाओं को ‘अग्निवीर’ के नाम से जाना जाता है। सशस्त्र बलों में सेवा करने की अनुमति 4 साल की है। प्रत्येक बैच से 25 फीसदी सर्वश्रेष्ठ अग्निवीरों को नियमित कैडर के लिए चुना जाता है।