सूरजपुर। जिले के करंजी-झुमरपारा रेलवे स्टेशन मार्ग पर 12 अप्रैल की अलसुबह एक ग्रामीण की गर्दन कटी लाश मिली थी। बताया जाता है कि ग्रामीण जड़ी-बूटी लेने के नाम पर घर से निकला था। इस मामले में पुलिस ने मृतक के पुत्र को ही गिरफ्तार कर रविवार को जेल भेज दिया है। बताया जा रहा है कि मृतक ने जिस लडक़ी से बेटे की शादी तय की थी, वह उसे पसंद नहीं थी। वहीं शादी के लिए पिता जमीन बेचने की बात कर रहा था। इस बात को लेकर 11 अप्रैल की रात दोनों के बीच झगड़ा हुआ था। इसी बीच बेटे ने पिता की हत्या करने का प्लान बना लिया और धोखे से रेलवे स्टेशन रोड में बुलाकर हत्या कर दी।
बता दें कि ग्राम दतिमा आमापारा निवासी सुकुल साय राजवाड़े 48 वर्ष 12 अप्रैल की अलसुबह 3.10 बजे हाईड्रोसिल बीमारी की जड़ी-बूटी लेने के नाम पर घर से बाइक से निकला था। इसी बीच सुबह 6 बजे उसकी गर्दन कटी लाश करंजी-झुमरपारा रेलवे स्टेशन मार्ग पर मिली थी। सूचना मिलते ही पुलिस के आला अधिकारी सहित फॉरेंसिक व डॉग स्क्वायड की टीम ने मामले की जांच की थी। जांच के दौरान पुलिस ने मृतक के पुत्र विक्रम राजवाड़े 23 वर्ष को गिरफ्तार किया है। पूछताछ में आरोपी विक्रम ने बताया कि वर्ष 2014 में उसके दादा महिपत ने जमीन बेची थी। इस दौरान उसके पिता के नाम 1 लाख रुपए बैंक में फिक्स किए थे।
ये रुपए शादी-ब्याह या अन्य जरूरत के मौकों के लिए थी। उसने बताया कि पिछले साल उसकी शादी तय हुई थी, उस समय जब रुपयों की जरूरत पड़ी तो पिता ने रुपए खत्म होने की बात कही थी, इस वजह से उसकी शादी टूट गई थी। ऐसे में वह पिता से नाराज रहता था। आरोपी ने बताया कि इस वर्ष उसके पिता ने जिस लडक़ी से उसकी शादी तय की थी, वह उसे पसंद नहीं थी, इस वजह से उसने शादी से इनकार कर दिया था। इसके बाद भी उसके पिता ने 21 अप्रैल को उसकी शादी की तारीख फिक्स कर दी थी। शादी के लिए जब रुपयों की बात आई तो पिता ने बैंक में रुपए नहीं होने की बात कहकर फिर से जमीन बेचने की बात कही।
इस बात को लेकर उसकी पिता से 11 अप्रैल की शाम जमकर विवाद हो गया। इसी दौरान उसने पिता की हत्या का प्लान बना लिया। आरोपी ने बताया कि पिता को हाईड्रोसिल की बीमारी थी। 11 अप्रैल की रात उसने पिता से कहा था कि उसके दोस्त के साथ जड़ी-बूटी लेने चलेंगे। वह भी साथ चलेगा। इस बात पर पिता ने कहा था कि सुबह उसे उठा ले। पिता की हत्या करने उसे सूनसान जगह की तलाश थी। प्लान के अनुसार 12 अप्रैल की अलसुबह उसने पिता के मोबाइल नंबर पर फोन कर चौक के पास बुलाया। पिता 3.10 बजे बाइक से वहां पहुंचा।
इसके बाद वह बाइक पर बैठ गया और पिता को रेलवे साइडिंग की ओर चलने कहा। इस बीच उसने करंजी-झुमरपारा रेलवे साइडिंग से पहले पुलिया के पास बाइक रोकने कहा। पिता ने जैसे ही बाइक रोकी, वह नीचे उतरा और हाथ में रखी कुल्हाड़ी से उसके गर्दन पर प्रहार कर दिया। जब पिता नीचे गिरा तो उसने गर्दन व चेहरे पर ताबड़तोड़ प्रहार कर उसकी हत्या कर दी। इसके बाद कुल्हाड़ी को पास के ही खेत के मेड़ पर झाडिय़ों में तथा खून लगे कपड़े व सैंडल उसने गांव के नल के नहानीघर में छिपा दिए थे। पुलिस ने मामले में आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।