Aaj Ka Panchang: आज शनिवार का दिन है और ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की महत्वपूर्ण पूर्णिमा तिथि है. आज का दिन धार्मिक कार्यों के लिहाज से आज का दिन महत्वपूर्ण है. आज सूर्य पृथ्वी को अपना प्रकाश देने के लिए सुबह 5:24 बजे उदय होगा और शाम 7:22 बजे अस्त होगा.
आइए ज्योतिष के इस प्राचीन विज्ञान की मदद से आज के दिन के विभिन्न पहलुओं को अधिक विस्तार से देखें कि आज के पंचांग में ग्रहों की चाल और शुभ-अशुभ मुहूर्त किस प्रकार से आपका दिन प्रभावित कर सकते हैं.
तिथि और नक्षत्र:
आज का दिन ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि के साथ शुरू होगा. ज्योतिष शास्त्र में पूर्णिमा को आध्यात्मिक विकास और सकारात्मक ऊर्जा के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है. पूर्णिमा का प्रभाव पूर्वाह्न 4:42 बजे तक रहेगा, इसके बाद प्रतिपदा तिथि आरंभ हो जाएगी.
दिन के आरंभ में आप आकाश में मूल नक्षत्र को देखेंगे. हिंदू ज्योतिष में मूल को आमतौर पर तीव्र ऊर्जा वाला और परिवर्तन का कारक माना जाता है. यह नक्षत्र शाम 5:54 बजे के बाद पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र द्वारा प्रतिस्थापित हो जाएगा. ज्योतिष के अनुसार पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र महत्वाकांक्षा और लक्ष्य प्राप्ति में सहायक होता है.
योग और करण:
शनिवार के दिन ज्योतिषीय प्रभाव को देखते हुए प्रातःकाल शुक्ल योग का प्रभुत्व रहेगा. शुक्ल योग को मंगलकारी कार्यों और शुभ कार्यों को करने के लिए उत्तम माना जाता है. यह योग दोपहर 4:45 बजे के बाद ब्रह्म योग में परिवर्तित हो जाएगा. ब्रह्म योग को भी शुभ कार्यों के लिए सकारात्मक माना जाता है, विशेष रूप से अध्ययन और आध्यात्मिक कार्यों के लिए.
आज वरिष्ठान और बालव का करण संयोग है. ज्योतिष शास्त्र में वरिष्ठान को कार्यों को पूरा करने में सहायक माना जाता है, वहीं बालव को नई शुरुआत के लिए कम अनुकूल माना जाता है.
शुभ और अशुभ मुहूर्त:
आज के दिन शुभ कार्यों को करने के लिए कई शुभ मुहूर्त हैं, जिनका आप लाभ उठा सकते हैं:
- ब्रह्म मुहूर्त: प्रातः 4:04 बजे से 4:44 बजे तक. यह समय आत्मिक जागरण और ध्यान के लिए अति उत्तम माना जाता है.
- अभिजीत मुहूर्त: पूर्वाह्न 11:55 बजे से 12:51 बजे तक. किसी भी महत्वपूर्ण कार्य की शुरुआत के लिए यह समय अत्यधिक शुभ होता है.
- विजय मुहूर्त: दोपहर 2:43 बजे से 3:39 बजे तक. जैसा कि नाम से स्पष्ट है, यह विजय प्राप्ति के लिए शुभ मुहूर्त माना जाता है.
- गोधूलि मुहूर्त: शाम 7:21 बजे से 7:41 बजे तक. धार्मिक कार्यों और पूजा-पाठ के लिए यह समय उत्तम माना जाता है.
- अमृत काल: पूर्वाह्न 11:37 बजे से दोपहर 1:11 बजे तक. इस समय किए गए कार्य शुभ फल प्रदान करते हैं.
- हालांकि, राहु काल का सावधानी से पालन करना चाहिए. आज राहु काल प्रातः 8:54 बजे से 10:38 बजे तक रहेगा. इस दौरान कोई भी शुभ कार्य करने से बचना चाहिए, क्योंकि ज्योतिष में राहु काल को अशुभ माना जाता है.