जयपुर। जयपुर में एलपीजी टैंकर में विस्फोट के कारण शनिवार को दो और मौतें हुईं, जिससे कुल मृतकों की संख्या 14 हो गई। जयपुर में अजमेर रोड पर बीते शुक्रवार को हुए हादसे में पांच लोग घटनास्थल पर ही जिंदा जल गए, जबकि सात अन्य ने सवाई मानसिंह अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।
हादसे में झुलसे 35 लोगों को अस्पताल में कराया गया भर्ती
दिल्ली पब्लिक स्कूल के पास हुए हादसे में झुलसे 35 लोग अभी भी अस्पताल में भर्ती हैं। इनमें से 25 लोगों के शरीर का 75 प्रतिशत हिस्सा झुलस गया है। सवाई मान सिंह अस्पताल में लाए गए कई शवों की अभी तक पहचान नहीं हो पाई है। यह हादसा बीते शुक्रवार सुबह हुआ जब भारत पेट्रोलियम का एक टैंकर अजमेर से जयपुर जा रहा था। सुबह करीब 5:44 बजे टैंकर ने दिल्ली पब्लिक स्कूल के सामने यू-टर्न लिया, जिस दौरान उसकी टक्कर जयपुर से अजमेर जा रहे एक ट्रक से हो गई।
18 टन गैस हुई लीक
गेल इंडिया लिमिटेड के उप महाप्रबंधक (फायर एंड सेफ्टी) सुशांत कुमार सिंह ने बताया कि, टक्कर के कारण टैंकर के पांच नोजल टूट गए, जिससे 18 टन (180 क्विंटल) गैस लीक हो गई। धमाका इतना जोरदार था कि पूरा इलाका आग के गोले में तब्दील हो गया। टैंकर में विस्फोट की जगह से करीब 200 मीटर दूर एलपीजी से भरा एक और टैंकर खड़ा था। गनीमत रही कि उसमें आग नहीं लगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घटना पर जताया गहरा दुख
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जयपुर में आग लगने की घटना पर गहरा दुख जताया है। उन्होंने मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपए की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है। इसके अलावा घायलों के परिजनों को पचास-पचास हजार रुपए दिए जाएंगे। मुख्यमंत्री भजनलाल ने भी मृतकों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपए और घायलों को एक-एक लाख रुपए की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है। इस तरह मृतकों के परिजनों को कुल सात लाख रुपए मिलेंगे, जबकि घायलों को एक लाख पचास हजार रुपए दिए जाएंगे।