इन एक्ट्रेस का नाम आज भी बॉलीवुड में गूंजता है. उन्होंने अपने करियर में एक से एक हिट फिल्में दीं है. एक्ट्रेस पत्रकारिता छोड़कर फिल्म इंडस्ट्री में आईं थी. एक्टिंग से लेकर बोल्डनेस तक इन एक्ट्रेस का कोई जवाब नहीं था. एक्ट्रेस 70 से 80 दशक की सबसे चर्चित एक्ट्रेसेस में से एक है. एक्ट्रेस अपनी प्रोफेशनल लाइफ से ज्यादा अपनी पर्सनल लाइफ को लेकर चर्चा में रहती है. आज हम आपको एक्ट्रेस के बारे में कुछ ऐसी ही बाते बताएंगे. जो आपको नहीं पता होगी.
मां हिंदू थी, पिता मुस्लिम
एक्ट्रेस का जन्म 19 नवंबर 1951 को मुंबई में हुआ था. उनकी मां वर्धनी हिंदू थीं, वहीं पिता अमनुल्लाह खान एक मुस्लिम थे. हम बात कर रहे हैं जीनत अमान की. जीनत के पिता हिंदी सिनेमा के मशहूर स्क्रीनराइटर थे, जिन्होंने ‘मुगल-ए-आजम’ और ‘पाकीज़ा’ जैसी ब्लॉकबस्टर फिल्में लिखी हैं. वह स्क्रीनराइटिंग हमेशा ‘अमान’ नाम से लिखते थे, इसलिए जीनत ने भी अपना सरनेम खान की बजाय ‘अमान’ लिखना शुरू कर दिया और इसी नाम से मशहूर हो गईं.
पहली फिल्म में देव आनंद के साथ आई नजर
जीनत अमान ने अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत हिंदी नहीं, बल्कि इंडो-फिलिपीनो ड्रामा से की थी. वह फिलिपीना डायरेक्टर लंबेर्टो वी. एवेलाना के निर्देशन में बनी 1970 की ड्रामा थ्रिलर ‘द एविल विदिन’ (The Evil Within) में पहली बार नजर आई थीं. जीनत के साथ लीड रोल में देव आनंद भी थे.
पहली शादी में हुई मारपीट
एक्ट्रेस का जैसा करियर रहा वैसी ही उनकी लव लाइफ भी रही. 1978 में जीनत अमान ने ‘अब्दुल्लाह’ के निर्देशक संजय खान से शादी कर ली थी, जो पहले सी ही जरीन कतरक के साथ शादीशुदा थे. वहीं एक साल बाद दोनों ही अलग हो गए. संजय एक्ट्रेस के साथ मारपीट करते थे. एक बार मुंबई के एक होटल में अपनी पत्नी जरीन के साथ पार्टी कर रहे संजय खान ने जीनत को बहुत बुरी तरह पीटा था.
दूसरी शादी में पति की संपत्ति से नहीं मिल कुछ
अपनी पहली शादी के बाद उन्होंने दूसरी शादी बॉलीवुड एक्टर मजहर खान से की थीं. हालांकि उनकी ये शादी भी वैसी नहीं रहीं जैसी एक्ट्रेस ने सोची थी. एक्टर जीनत को काम नहीं करने देते थे. इसके साथ ही वह उनके साथ मारपीट भी करते थे. शादी के 12 साल बाद तलाक ले लिया था. एक्ट्रेस ने बताया था कि मजहर से अलग होने के बाद भी मुझे ससुराल वालों की तरफ से बहुत प्रताड़ना झेलनी पड़ी थी. मजहर की मां और बहन ने मेरे बच्चे को मेरे खिलाफ कर दिया था. हमें मजहर की संपत्ति से एक रुपए तक नहीं मिला, सब कुछ मां-बेटी ने ले लिया. इतना ही नहीं, जीनत ने बताया कि जब मजहर की मौत हुई तो ससुराल वालों ने उनके पति का चेहरा तक नहीं देखने दिया था.