नई दिल्ली। इसरो (ISRO) ने नए उपग्रह जीसैट-एन2 को सफलतापूर्वक लॉन्च कर दिया है। इस उपग्रह को स्पेसएक्स के फाल्कन 9 रॉकेट का उपयोग करके अंतरिक्ष में भेजा गया। यह प्रक्षेपण फ्लोरिडा के केप कैनावेरल स्पेस स्टेशन से हुआ। यह उपग्रह देश के दूरदराज के इलाकों में ब्रॉडबैंड सेवाएं प्रदान करेगा और उड़ानों के दौरान इंटरनेट एक्सेस की सुविधा प्रदान करेगा। जीसैट एन-2 का वजन 4,700 किलोग्राम है। इस पूर्णतः वाणिज्यिक उपग्रह को फ्लोरिडा के केप कैनावेरल स्थित स्पेस कॉम्प्लेक्स 40 से प्रक्षेपित किया गया।
क्या है SpaceX से सहयोग लेने का कारण
बता दें कि, भारत अपने रॉकेट से 4,000 किलोग्राम तक वजन वाले उपग्रहों को अंतरिक्ष में प्रक्षेपित कर सकता है। GSAT-N2 उपग्रह का वजन 4,700 किलोग्राम है। इसलिए इसरो ने एलन मस्क की SpaceX से सहायता मांगी। वहीं उपग्रह के प्रक्षेपण के दौरान, इसरो के अध्यक्ष डॉ. एस. सोमनाथ ने कहा कि, “जीसैट-20 का मिशन जीवन 14 वर्ष है, और उपग्रह के संचालन का समर्थन करने के लिए जमीनी बुनियादी ढांचा तैयार है।”