राकेश की रिपोर्ट
भारतीय रेलवे ने उत्तर प्रदेश में तीन रेलवे स्टेशन सदा के लिए बंद कर दिया है. कानपुर में रेलवे ट्रैक की वजह से लाखों लोगों को हर दिन जाम की समस्या से जूझना पड़ता है. ऐसे में रेलवे और जिला प्रशासन ने 2 रेलवे स्टेशनों को पूरी तरह से बंद करने का फैसला किया है.
इनकी जगह 950 करोड़ रुपये की लागत से नया रेलवे स्टेशन बनाया जाएगा.रेलवे और प्रशासन के अधिकारियों ने इसको लेकर बैठक भी की है. अब इस प्रोजेक्ट को जल्द ही शुरू किया जाएगा. इस प्रोजेक्ट के शुरू होने पर इस रूट पर दो रेलवे स्टेशन भी हटा दिए जाएंगे. कानपुर के रावतपुर रेलवे स्टेशन और कल्याणपुर रेलवे स्टेशन को जल्द ही तोड़ दिया जाएगा. इन दोनों स्टेशनों को तोड़कर इनके बीच में भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर एक नया रेलवे स्टेशन बनाया जाएगा.
आपको बता दें कि इन दोनों रेलवे स्टेशनों से रोजाना करीब 70 ट्रेनें चलती हैं. वहीं इन दोनों स्टेशनों को हटाकर इन ट्रेनों को दूसरे रूट पर चलाया जाएगा. इस रूट पर परिचालन 2 साल तक बंद रहेगा. इस परियोजना के समन्वयक नीरज श्रीवास्तव ने बताया कि इस परियोजना की लागत करीब 950 करोड़ रुपए है. जहां इस परियोजना को 2 साल में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
धर्म नगरी प्रयागराज में ये स्टेशन बंद
दूसरी ओर प्रयागराज जिले में गंगा नदी के किनारे स्थित दारागंज रेलवे स्टेशन इतिहास का हिस्सा बन गया. 13 दिसंबर को पीएम नरेंद्र मोदी गंगा पर बने नवनिर्मित रेल पुल का लोकार्पण किया. इस आरओबी के चालू हो जाने के बाद झूंसी और रामबाग के बीच दूसरी रेलवे लाइन चालू होने से रामबाग स्टेशन से चलने वाली ट्रेनें दारागंज स्टेशन पर रुकने की बजाय सीधे झूंसी जाएंगी. ब्रिटिश काल का दारागंज स्टेशन गंगा किनारे बना है. मुख्य सड़क से स्टेशन की ऊंचाई काफी ज्यादा है. यह स्टेशन 1899 से 1913 के बीच बनारस और प्रयागराज के बीच रेलवे लाइन बिछाने के दौरान बनाया गया था. कुंभ मेला क्षेत्र के नजदीक होने के कारण इसकी उपयोगिता काफी ज्यादा रही है.इस स्टेशन के ठीक बाद एक पुराना रेलवे पुल है. इस दोहरे पुल पर रेलवे लाइन बिछाने का काम अब लगभग पूरा हो चुका है.