रायपुर। रायपुर के सेजबहार में चल रही पं. प्रदीप मिश्रा की शिव महापुराण कथा को लेकर कांग्रेस और बीजेपी के बीच विवाद गहरा गया है। कांग्रेस ने महादेव सट्टा ऐप मामले में प्रदीप मिश्रा से पूछताछ की मांग करते हुए सवाल उठाया कि वे इस ऐप के प्रमोटर्स से कैसे जुड़े। कांग्रेस का कहना है कि पं. मिश्रा को यह स्पष्ट करना चाहिए कि वे महादेव ऑनलाइन सट्टा ऐप के मुख्य प्रमोटर सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल के संपर्क में कैसे आए और कैसे दुबई में आयोजित उनकी कथा में ये दोनों शामिल हुए।
कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने कहा, “पं. प्रदीप मिश्रा रायपुर में कथा सुनाने आए हैं, लेकिन एक महत्वपूर्ण सवाल यह है कि महादेव ऐप के प्रमोटर्स के साथ उनका क्या संबंध है? कैसे वे दुबई गए और सौरभ चंद्राकर को भाई कहा?” उन्होंने कहा कि इन सवालों का जवाब मिलने से महादेव सट्टा ऐप के अपराधियों के बारे में पुलिस को अहम जानकारी मिल सकती है।
इस पर बीजेपी ने कांग्रेस की आलोचना करतेहुए कहा कि वह सनातन धर्म और संस्कृति के प्रचार-प्रसार से परेशान है। बीजेपी प्रवक्ता केदारनाथ गुप्ता ने कहा, “कांग्रेस का सनातन धर्म विरोधी डीएनए सामने आता है जब सनातनी संतों की कथा होती है। लाखों लोग पं. प्रदीप मिश्रा की कथा सुनने जाते हैं, तो कांग्रेस को बेचैनी होती है।” उन्होंने कहा कि कांग्रेस को सनातन धर्म से कोई संबंध नहीं है, और यह उसकी आदत बन गई है कि वह ऐसे मुद्दों पर बिना कारण विवाद पैदा करती है।
बता दें कि पं. प्रदीप मिश्रा ने 9 से 11 दिसंबर तक दुबई के ली मेरिडियन होटल एंड कॉन्फ्रेंस सेंटर में पहली बार विदेश में शिव महापुराण कथा का आयोजन किया था। इस आयोजन को महादेव सट्टा ऐप के प्रमोटर सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल ने आयोजित किया था। कथा के दौरान पं. मिश्रा ने सौरभ चंद्राकर को भाई कहकर उनका धन्यवाद किया था, जिसके बाद उनका यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था।
इस विवाद के बीच अब यह सवाल उठ रहा है कि क्या प्रदीप मिश्रा को महादेव ऐप से जुड़े होने के कारण पुलिस की जांच का सामना करना पड़ेगा, या यह मामला केवल राजनीतिक दलों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का मुद्दा बनकर रह जाएगा।