भारतीय क्रिकेट के दिग्गज बल्लेबाज़ विराट कोहली ने टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कहने का मन बना लिया है। सूत्रों के अनुसार, कोहली ने यह इरादा भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) को सूचित कर दिया है। हालांकि BCCI ने उन्हें अंतिम निर्णय लेने से पहले फिर से सोचने की सलाह दी है।
यह ख़बर ऐसे समय आई है जब रोहित शर्मा पहले ही टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कह चुके हैं। अब अगर कोहली भी संन्यास लेते हैं, तो भारतीय टेस्ट टीम दो अनुभवी खिलाड़ियों को एक साथ खो देगी, जो आने वाले समय में टीम के संतुलन और नेतृत्व के लिहाज़ से बड़ी चुनौती होगी।
क्या खराब प्रदर्शन बनी वजह?
कोहली के इस फैसले के पीछे उनके हालिया प्रदर्शन में गिरावट को प्रमुख कारण माना जा रहा है। हाल ही में समाप्त हुई बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2024-25 में उन्होंने महज 23.75 की औसत से रन बनाए। कुल 9 पारियों में सिर्फ 190 रन, जिसमें एकमात्र शतक नाबाद रहा, कोहली के स्तर के मुताबिक काफी कम है।
पिछले पांच वर्षों में उन्होंने 37 टेस्ट मैचों में सिर्फ 3 शतक लगाए हैं और उनका औसत 35 से भी नीचे चला गया है, जो उनकी क्लास और प्रभाव को देखते हुए निराशाजनक आंकड़ा है।
IPL में दिखा पुराना रंग
हालांकि, IPL 2025 में कोहली का प्रदर्शन शानदार रहा है। अब तक 11 मैचों में 505 रन बनाकर वे टॉप फॉर्म में नजर आए हैं। लेकिन टेस्ट क्रिकेट में वे अपनी लय को बरकरार नहीं रख पाए, जो उनके संन्यास के पीछे की अहम वजह मानी जा रही है।
विराट का टेस्ट करियर: गौरवशाली विरासत
36 वर्षीय विराट कोहली ने 123 टेस्ट मैचों में 9,230 रन, 30 शतक और 31 अर्धशतक के साथ भारतीय टेस्ट इतिहास में अपना नाम अमर कर लिया है। उनकी कप्तानी में भारत ने विदेश में ऐतिहासिक जीतें दर्ज कीं और आक्रामक क्रिकेट की नई पहचान बनाई।
टेस्ट क्रिकेट में युग का अंत?
रोहित शर्मा के बाद अगर विराट कोहली भी टेस्ट क्रिकेट से विदा लेते हैं, तो यह भारतीय टेस्ट टीम के एक गौरवशाली युग का समापन होगा। अब देखना यह होगा कि क्या BCCI उन्हें रुकने के लिए मना पाता है या एक नए युग की शुरुआत तय है।