बीजापुर/सुकमा। छत्तीसगढ़ और सीमावर्ती तेलंगाना में माओवादियों के खिलाफ सुरक्षाबलों ने दोहरी सफलता हासिल की है। बीजापुर के कर्रेगुट्टा ऑपरेशन के बाद तेलंगाना के मुलुगु जिले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए कुल 20 नक्सलियों को गिरफ्तार किया है। इनमें डिवीजनल कमेटी सदस्य (DVC), एरिया कमेटी मेंबर (ACM) और पार्टी सदस्य शामिल हैं।
तेलंगाना में बड़ी कार्रवाई: 20 नक्सली गिरफ्तार
तेलंगाना के वाजेडु, वेंकटापुरम और कन्नईगुड़म थाना क्षेत्रों में माओवादी गतिविधियों के खिलाफ पुलिस ने एक साथ अभियान चलाया।
गिरफ्तार माओवादी:
1 डिवीजनल कमेटी सदस्य (DVC)
5 एरिया कमेटी मेंबर (ACM)
14 पार्टी सदस्य
जब्त सामान:
3 इंसास (INSAS) राइफल
4 एसएलआर (SLR) राइफल
1 .303 राइफल
भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री व नगद रकम
यह कार्रवाई माओवादी नेटवर्क को कमजोर करने की रणनीतिक पहल मानी जा रही है।
चिंगावरम ब्लास्ट की बरसी पर पहुंचे उपमुख्यमंत्री
छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा और वन एवं जल संसाधन मंत्री केदार कश्यप ने सुकमा के चिंगवारम ब्लास्ट की बरसी पर शहीदों के परिजनों से मुलाकात की। यह ब्लास्ट वर्ष 2013 में माओवादियों द्वारा आईईडी विस्फोट कर बस उड़ाए जाने की घटना थी, जिसमें कई आम नागरिक और एसपीओ मारे गए थे।
विजय शर्मा का तीखा बयान: “नक्सली पत्रों का कोई औचित्य नहीं”
पत्रकारों से चर्चा करते हुए उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने कहा:
“नक्सलियों द्वारा बार-बार शांति वार्ता के नाम पर पत्र जारी करना दिखावा है। अगर वास्तव में बातचीत करनी है, तो किसी चेहरे को सामने आना चाहिए।”
उन्होंने आगे कहा:
“कर्रेगुट्टा ऑपरेशन बिल्कुल जरूरी था। इतनी मात्रा में राशन, हथियार और विस्फोटक क्यों जमा किए गए थे? साफ है कि वे फिर किसी बड़ी वारदात की तैयारी में थे। जवानों ने साहस दिखाया और समय रहते कार्रवाई की।”
“बस्तर के एक-एक इंच पर संविधान लागू होगा”
विजय शर्मा ने यह भी कहा कि राज्य सरकार बस्तर के हर कोने में संविधान और लोकतंत्र का राज स्थापित करेगी।
“नक्सलियों के लिए अब बस्तर में कोई जगह नहीं। हर गांव, हर पहाड़ी पर सिर्फ तिरंगा लहराएगा।”