बिलासपुर / रायपुर। छत्तीसगढ़ में नशे के खिलाफ पुलिस ने दो अलग-अलग शहरों में बड़ी कार्रवाई की है। बिलासपुर में अंतरराज्यीय ड्रग्स तस्कर गिरोह का पर्दाफाश किया गया है, वहीं राजधानी रायपुर में एक दंपति को 18 किलो गांजे के साथ गिरफ्तार किया गया है। पुलिस की इन कार्रवाइयों से साफ है कि राज्य में नशे के नेटवर्क को तोड़ने की मुहिम तेज हो गई है।
🚨 बिलासपुर: ट्रेन से करते थे MDMA की तस्करी
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बिलासपुर पुलिस ने 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जो ट्रेन के जरिए ड्रग्स की तस्करी करते थे।
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आरोपियों के पास से 15 ग्राम एमडीएमए (MDMA) ड्रग्स बरामद हुआ है।
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ये गिरोह दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान और छत्तीसगढ़ के लोगों से मिलकर बना था।
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सिविल लाइन, रतनपुर और ACCU टीम ने इस कार्रवाई को अंजाम दिया।
👁️🗨️ तकनीकी निगरानी के बाद पुलिस ने आरोपियों को चिन्हित किया और कार्रवाई को अंजाम दिया।
🚆 ट्रेन से बिलासपुर आकर ये लोग शहर के अलग-अलग हिस्सों में ड्रग्स की सप्लाई करते थे।
🔍 पूरे नेटवर्क की जांच अभी जारी है और अन्य सदस्यों की तलाश की जा रही है।
🧑🤝🧑 रायपुर: दंपति गिरफ्तार, 18 किलो गांजा जब्त
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तेलीबांधा थाना क्षेत्र में पुलिस ने 18 किलो नशीले गांजे के साथ पति-पत्नी को गिरफ्तार किया।
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गिरफ्तार आरोपी हैं मोहम्मद जावेद शेख और उनकी पत्नी शबनम आरा शेख, जो मूलतः सुंदरगढ़, उड़ीसा के निवासी हैं।
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दंपति रायपुर में इवेंट मैनेजमेंट का कार्य करते थे, लेकिन पर्दे के पीछे नशे की तस्करी में संलिप्त थे।
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पुलिस ने बताया कि वे गांजा लेकर मध्यप्रदेश के विदिशा जा रहे थे।
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जब्त गांजे की बाजार कीमत लगभग 2 लाख रुपये आंकी गई है।
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गंज थाना पुलिस ने यह कार्रवाई की।
🚓 पुलिस की सक्रियता रंग ला रही है
राज्य में नशे के नेटवर्क को खत्म करने के लिए पुलिस लगातार तकनीक और खुफिया जानकारी के आधार पर ऑपरेशन चला रही है।
इन ताजा कार्रवाइयों से स्पष्ट है कि ड्रग्स और नशीले पदार्थों की तस्करी को जड़ से उखाड़ने की कवायद जारी है।