श्योपुर। मध्य प्रदेश में 5 फरवरी से एमपी बोर्ड की परीक्षाएं शुरू हो गईं है। लेकिन परीक्षा के पहले ही दिन एक दुखद घटना सामने आ रही हैं। श्योपुर में एक 10वीं के छात्र को परीक्षा केंद्र में एंट्री नहीं मिली। वह 8 किमी साइकिल चलाकर एग्जाम सेंटर पहुंचा था जिसकी वजह से वह आधा घंटा लेट हो गया। जिसके बाद परीक्षा केंद्र में प्रवेश नहीं मिलने से छात्र वहीं फूट-फूटकर रोने लगा।
उसने परीक्षा केंद्र प्रभारी और अन्य स्टाफ से बार-बार मिन्नतें की लेकिन किसी ने उसकी एक नहीं सुनी। सभी ने उसे नियमों का हवाला देकर मना कर दिया। बड़ी देर बाद पुलिसकर्मियों और स्थानीय लोगों के समझाने के बाद वह आखिरकार मायूस होकर घर वापस लौट गया।
दरअसल, पूरा मामला वीरपुर तहसील मुख्यालय के हायर सेकंडरी स्कूल के परीक्षा केंद्र का है। यहां 10वीं का छात्र अंकेश केवट नितनवान गांव में रहता है। उसका आज यानि सोमवार को हिंदी का पेपर था। परीक्षा केंद्र उसके गांव नितनवान से 8 किलोमीटर वीरपुर में था। 4 फरवरी को यहां दिन और रात को बारिश भी हुई। इस वजह से अंकेश के घर के आगे के रास्ते पर कीचड़ हो गया। इस स्थिति में अंकेश के सोमवार को सुबह परीक्षा केंद्र तक पहुंचने में देरी हो गई।
इस तरह हुआ घटनाक्रम
परीक्षा केंद्र तक पहुंचने का समय सुबह साढ़े 8 बजे का था, लेकिन वह 9 बजे तक स्कूल पहुंचा। बता दें कि, किसी विपरीत परिस्थिति में कोई छात्र 15 मिनिट लेट हो जाता है तो 8:40 से 8:45 बजे तक उसे प्रवेश दिया जा सकता है। लेकिन क्योंकि अंकेश 9 बजे परीक्षा केंद्र पर पहुंचा, तो इस वजह से उसे परीक्षा केंद्र प्रभारी ने उसे प्रवेश नहीं दिया। इस वजह से वह परीक्षा के पहले ही दिन एग्जाम से वंचित रह गया और उसका साल बर्बाद हो गया।