राष्ट्रीय मिति चैत्र 16, शक संवत 1946, चैत्र कृष्ण, एकादशी, शुक्रवार, विक्रम संवत 2080। सौर चैत्र मास प्रविष्टे 23, रमजान 25, हिजरी 1445 (मुस्लिम) तदनुसार अंग्रेजी तारीख 05 अप्रैल सन् 2024 ई। सूर्य उत्तरायण, उत्तर गोल, बसन्त ऋतुः। राहुकाल पूर्वाह्न 10 बजकर 30 मिनट से 12 बजे तक।
एकादशी तिथि अपराह्न 01 बजकर 29 मिनट तक उपरांत द्वादशी तिथि का आरंभ। धनिष्ठा नक्षत्र सायं 06 बजकर 07 मिनट तक उपरांत शतभिषा नक्षत्र का आरंभ। साध्य योग प्रातः 09 बजकर 55 मिनट तक उपरांत शुभ योग का आरंभ। बालव करण अपराह्न 01 बजकर 29 मिनट तक उपरांत तैतिल करण का आरंभ। चन्द्रमा प्रातः 07 बजकर 13 मिनट तक मकर उपरांत कुंभ राशि पर संचार करेगा।
आज के व्रत त्योहार पापमोचनी एकादशी व्रत, पंचक प्रारंभ 07 बजकर 13 मिनट पर।सूर्योदय का समय 5 अप्रैल 2024 : सुबह 6 बजकर 6 मिनट पर।
सूर्यास्त का समय 5 अप्रैल 2024 : शाम 6 बजकर 41 मिनट तक।
आज का शुभ मुहूर्त 5 अप्रैल 2024 :
ब्रह्म मुहूर्त सुबह 4 बजकर 35 मिनट से 5 बजकर 21 मिनट तक। विजय मुहूर्त दोपहर 2 बजकर 30 मिनट से 3 बजकर 20 मिनट तक रहेगा। निशिथ काल मध्यरात्रि 12 बजकर 1 मिनट से 12 बजकर 46 तक। गोधूलि बेला शाम 6 बजकर 40 मिनट से 7 बजकर 3 मिनट तक। अमृत काल सुबह 7 बजकर 40 मिनट से 9 बजकर 15 मिनट तक।
आज का अशुभ मुहूर्त 5 अप्रैल 2024 :
राहुकाल सुबह 10 बजकर 30 मिनट से 12 बजे तक। सुबह 7 बजकर 30 मिनट से 9 बजे तक गुलिक काल रहेगा। दोपहर 3 बजकर 30 मिनट से 4 बजकर 30 मिनट तक यमगंड। दुर्मुहूर्त काल सुबह 8 बजकर 37 मिनट से 9 बजकर 28 मिनट तक। इसके बाद दोपहर में 12 बजकर 49 मिनट से 1 बजकर 39 मिनट तक। पंचक काल सुबह 7 बजकर 12 मिनट से अगले दिन 6 अप्रैल को सुबह 6 बजकर 5 मिनट तक।
आज का उपाय : आज लक्ष्मी चालीसा का पाठ करें।
आज का शुभ मुहूर्त 5 अप्रैल 2024 :
ब्रह्म मुहूर्त सुबह 4 बजकर 35 मिनट से 5 बजकर 21 मिनट तक। विजय मुहूर्त दोपहर 2 बजकर 30 मिनट से 3 बजकर 20 मिनट तक रहेगा। निशिथ काल मध्यरात्रि 12 बजकर 1 मिनट से 12 बजकर 46 तक। गोधूलि बेला शाम 6 बजकर 40 मिनट से 7 बजकर 3 मिनट तक। अमृत काल सुबह 7 बजकर 40 मिनट से 9 बजकर 15 मिनट तक।
आज का अशुभ मुहूर्त 5 अप्रैल 2024 :
राहुकाल सुबह 10 बजकर 30 मिनट से 12 बजे तक। सुबह 7 बजकर 30 मिनट से 9 बजे तक गुलिक काल रहेगा। दोपहर 3 बजकर 30 मिनट से 4 बजकर 30 मिनट तक यमगंड। दुर्मुहूर्त काल सुबह 8 बजकर 37 मिनट से 9 बजकर 28 मिनट तक। इसके बाद दोपहर में 12 बजकर 49 मिनट से 1 बजकर 39 मिनट तक। पंचक काल सुबह 7 बजकर 12 मिनट से अगले दिन 6 अप्रैल को सुबह 6 बजकर 5 मिनट तक।
आज का उपाय : आज लक्ष्मी चालीसा का पाठ करें।