रायपुर। आबकारी घोटाले में ACB/EOW एक्शन में मोड में है. मामले में आरोपी अरविंद सिंह को बुधवार रात जेल से रिहा होते ही फिर से गिरफ्तार कर लिया. वहीं दूसरे आरोपी अनवर ढेबर को कुम्हारी टोल प्लॉजा के पास से हिरासत में लिया.
ACB/EOW ने अरविंद सिंह को गिरफ्तार करने के बाद 7 दिन की रिमांड पर लेने के लिए कोर्ट में पेश किया है. कोर्ट से रिमांड पर लेने के बाद ACB/EOW पूछताछ करेगी. वहीं शराब घोटाले में आरोपी बनाए गए दूसरे आरोपी अनवर ढेबर को ईओडब्ल्यू ने हिरासत में लिया है.
बता दें कि 26 जनवरी को शराब घोटाले में ACB ने 70 लोगों के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 7 और 12, 420, 467, 468, 471 और 120 बी के तहत एफआईआर दर्ज किया था.
बता दें कि बीते साल 12 जून को अरविंद सिंह को भिलाई में रामनगर मुक्तिधाम से प्रवर्तन निदेशालय ने गिरफ्तार किया था. अरविंद सिंह अपनी मां कलावती देवी के निधन के बाद मुखाग्नि देने रामनगर मुक्तिधाम पहुंचे थे. मुक्तिधाम में सीआरपीएफ के साथ पहुंचे ईडी के लोगों ने अरविंद सिंह को गिरफ्तार कर रायपुर लाए थे.
क्या है शराब घोटाला
दरअसल, छत्तीसगढ़ में ईडी 2019 से 2022 के बीच हुए शराब घोटाले की जांच कर रही है। जिसमें ईडी के अनुसार चार तरीकों से भ्रष्टाचार किया गया था। जिसमें CSMCL द्वारा डिस्टिलरों से रिश्वत ली गई थी। बेहिसाब कच्ची देशी शराब की बिक्री की गई। डिस्टिलर्स से रिश्वत ली गई ताकि उन्हें कार्टेल बनाने और बाजार में हिस्सेदारी तय करने की अनुमति मिल सके। एफएल-10ए लाइसेंस धारकों से कमीशन, जिन्हें विदेशी शराब खंड में भी पेश किया गया था। इन सब को मिलाकर ईडी का दावा है कि छत्तीसगढ़ में 2100 करोड़ से ज्यादा का घोटाला हुआ है।