रायपुर। महादेव एप मामले में एक फिल्म अभिनेता की गिरफ्तारी पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुये प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि डबल इंजन की सरकार के संरक्षण में महादेव एप आज भी चल रहा। भाजपा महादेव एप को बंद नहीं करना चाहती। छिटपुट कार्यवाहियाँ कर के भाजपा के नेता बयानबाजी करते है हकीकत यह है कि आज भी महादेव एप चालू है। उसको केन्द्र, राज्य का संरक्षण मिला हुआ है। केन्द्र के संरक्षण से महादेव सट्टा एप चल रहा है। प्रदेश में और केंद्र में भाजपा की सरकार है। डबल इंजन की सरकार है। सरकार को चार महीने हो गये महादेव एप क्यों बंद नहीं किया जा रहा है? क्यों रवि उप्पल, सौरभ चंद्राकर और शुभम सोनी को गिरफ्तार करके हिन्दुस्तान नही लाया जा रहा है। शुभम सोनी का वीडियो भाजपा ने अपने ऑफिशियल हैंडल से अपने प्रदेश कार्यालय में प्रेसवार्ता करके जारी किया था। भाजपा बताएं कि उसके पास यह वीडियो कहां से आया था
सुशील आनंद शुक्ला ने भाजपा से सवाल करते हुए कहा कि केन्द्र सरकार महादेव एप पर प्रतिबंध क्यों नहीं लगा रही? असीम दास की फोटो भाजपा नेताओं के साथ आई है तो ईडी, ईओडब्लू ने उन दोनों का नाम एफआईआर में क्यों दर्ज नहीं किया? शुभम सोनी की विडियो बाईट भाजपा ने जारी किया था। शुभम सोनी के भाजपा से क्या संबंध है? ईडी ने इसकी जांच क्यों नहीं किया? सौरभ चंद्राकर, रवि उप्पल के फोटो भाजपा नेताओं के साथ भी सार्वजनिक है उन दोनो से पूछताछ क्यों नहीं की गई? शुभम सोनी, सौरभ चंद्राकर, रवि उप्पल को ईडी गिरफ्तार करके दुबई से वापस क्यों नहीं ला रही है? ईडी ने ईओडब्ल्यू को इस मामले में जो पत्र लिखा था उसमें कुछ आईपीएस एवं अन्य अधिकारियों के भी नाम है ईओडब्ल्यू ने उन अधिकारियो के नाम एफआईआर में क्यों छोड़ा? असीम दास की गिरफ्तारी के समय जिस इनोवा गाड़ी से रूपये जप्त हुये थे उसके मालिक भाजपा विधायक अमर अग्रवाल के भाई के है, उनसे ईडी ने कब पूछताछ किया है? शुभम सोनी के जब दुबई में काउंसलर के समक्ष बयान देने गया था तब उसे गिरफ्तार क्यों नहीं किया गया?
सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि महादेव एप पर कार्रवाई तो कांग्रेस की सरकार ने की थी और केंद्र की भाजपा सरकार से अनुरोध किया था कि महादेव एप को बंद करके उसके संचालकों को गिरफ़्तार कर लें लेकिन गिरफ्तारी तो दूर की बात केंद्र सरकार ने महादेव एप को बंद तक नहीं करवाया। उन्होंने पूछा कि क्या वजह है कि महादेव सट्टा एप अभी भी बिना रोक टोक चल रहा है तो भाजपा ने उनसे कितना चंदा लिया है? भाजपा सच में सट्टेबाजी के खिलाफ होती तो केंद्र की भाजपा सरकार सट्टेबाजी पर जीएसटी वसूल कर उसे कानूनी रूप नहीं देती।