Blood Donation: रक्तदान को लेकर आज भी लोगों के मन में कई सारी गलत सोच हैं। ज्यादातर लोग ऐसा सोचते हैं कि ब्लड डोनेट करने से कमजोरी हो जाती है और फिर उन्हें कई बीमारियां होने लग सकती है। जो की पूरी तरह से गलत है। एक सर्वे के अनुसार अस्पताल में जाने वाले 7 लोगों में लगभग एक व्यक्ति को खून की जरूरत होती है। कई बार खून की कमी से लोगों की मौत भी हो जाती है।
खून की कमी हो जाना अब आम बात है क्यूंकि आज के समय मे कुछ भी ऑर्गेनिक नहीं रह गया हैं। फल सब्जी अब पहले की तरह नहीं उगाए जाते। बल्कि अब उन्हें इंजेक्शन के द्वारा बड़ा किया जाता है। जिसमें स्वाद तो होता है लेकिन विटामिन की कमी हो जाती है। जिससे हमें बीमारियां होने लगती है।
वजन घटाने में करता है मदद
यदि आपका वजन ज्यादा बढ़ गया है तो रक्तदान इसे कम करने में आपकी मदद कर सकता है। इसके साथ ही रक्तदान से सहन शक्ति भी बढ़ती है। किसी भी तरह के स्वास्थ्य जोखिम से बचने के लिए रक्तदान से पहले डॉक्टर से जरूर सलाह लेनी चाहिए।
रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है
पूरे शारीरिक स्वास्थ्य के लिए रक्तदान लाभकारी होता है। जब कोई व्यक्ति डायलिसिस रक्तदान से गुजरता है तो प्लीहा, लाल रक्त कोशिकाओं के लिए जिम्मेदार अंग पूरी तरह से एनर्जी के साथ काम करने लग जाते हैं। रक्त प्लाज्मा में भी ल्यूकोसाइट्स की बढ़ोतरी होती है। जो हमें कई तरह की गंभीर बीमारियों से बचाती है।
हृदय रोग के खतरे को रखे नियंत्रित
अगर आप नियमित रुप सी रक्तदान करते हैं तो शरीर में आयरन का स्तर नियंत्रित रहता है। रक्त में आयरन की उच्च मात्रा रक्त धमनियों को ब्लॉक करने लगती है। जिससे ब्लड सरकुलेशन ठीक प्रकार से नहीं हो पाता है। जिससे दिल का दौरा पड़ने का खतरा भी बढ़ जाता है। Blood Donation रक्तदान करके शरीर मे बढ़ने वाले खतरे को कम किया जा सकता है।