रायपुर /नई दिल्ली : छत्तीसगढ़ के युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने और उनकी आर्थिक स्थिति को सुधारने के लिए कौशल विकास एक प्रभावी उपाय है। इसके माध्यम से युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करने के साथ-साथ उन्हें स्वरोजगार के लिए भी सक्षम बनाया जा सकता है। यह कहना है रायपुर सांसद बृजमोहन अग्रवाल।
कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय से मिली जानकारी को साझा करते हुए अग्रवाल ने बताया कि, विभिन्न सरकारी योजनाओं के तहत छत्तीसगढ़ के 4.5 लाख से ज्यादा युवाओं को कौशल प्रशिक्षण दिया जा चुका है।
बृजमोहन अग्रवाल ने छत्तीसगढ़ के युवाओं को कौशल विकास के माध्यम से उनके आत्मनिर्भर बनाने को लेकर लोकसभा में अतारांकित प्रश्न के माध्यम से कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय से जानकारी मांगी थी कि, छत्तीसगढ़ के युवाओं विशेषकर गरीब रेखा से नीचे श्रेणी में आने वाले युवाओं के कौशल विकास हेतु केंद्र सरकार ने कोई योजना तैयार की है? योजना के तहत कुल कितने राशि व्यय की गई और कितने युवाओं को प्रशिक्षित किया गया है।
जिसपर कौशल विकास और उद्यमशीलता राज्य मंत्री जयंत चौधरी ने बताया कि, केंद्र सरकार ने वर्ष 2015 से 2024 तक प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना (PMKVY) के तहत छत्तीसगढ़ में 127 करोड़ रुपए से अधिक खर्च किए जा चुके है और JSS के तहत 30 करोड़ से अधिक रुपए जारी किए गए हैं।
छत्तीसगढ़ में पीएमकेवीवाई के तहत अभी तक करीब 1,99,419, जन शिक्षण संस्थान के तहत 1, 10, 819, शिल्पकार प्रशिक्षण स्कीम के रहता 1,08,764 तथा जन शिक्षण संस्थान के तहत 16,632 युवाओं को प्रशिक्षण दिया जा चुका है।
सांसद अग्रवाल ने केंद्र सरकार का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ के युवाओं के लिए कौशल विकास एक महत्वपूर्ण पहल है। यह योजना न केवल उनके जीवन में सकारात्मक बदलाव ला रही है, बल्कि उन्हें रोजगार के नए अवसरों से जोड़ने का कार्य भी कर रही है। मैं आशा करता हूं कि भविष्य में इस योजना का विस्तार होगा और और भी अधिक युवाओं को इसका लाभ मिलेगा।”