रायपुर। छत्तीसगढ़ में मानसून की विदाई शुरू हो चुकी हैं। बता दें कि, प्रदेश के उत्तरी हिस्से से दक्षिण-पश्चिम मानसून गुजर रहा है। जहां बीतें शनिवार को सरगुजा संभाग के जिलों में शुष्क हवा सक्रिय होने लगी है। मौसम विभाग के अनुसार, अगले एक-दो दिनों में सरगुजा संभाग में रात का तापमान गिरने वाला हैं, जिसके बाद कड़ाके की ठंड का एहसास होने लगेगा। विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, अगले 2 दिनों में प्रदेश के बचे हुए हिस्सों से भी दक्षिण-पश्चिम मानसून की विदाई हो जाएगी।
मानसून की हो रही विदाई
वैसे तो बीतें शुक्रवार से प्रदेश में मानसून की विदाई की शुरुआत हो चुकी है, मगर जाता हुआ मानसून भी हल्की बारिश कर गुजर रहा है। दुर्ग जिले का अधिकतम तापमान बढ़ने की वजह से लोकल सिस्टम तैयार हो रहा है। इससे शनिवार को दोपहर 2.45 बजे से झमाझम बारिश शुरू हुई। करीब आधा घंटा पानी बरसा, जिससे दुर्ग जिले में 1.6 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई। इधर, दोपहर 3 बजे से पहले तक दिन का अधिकतम तापमान 33.1 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। वहीं रात का न्यूनतम पारा 20.6 डिग्री सेल्सियस रहा। इसमें औसत से 1.6 डिग्री की कमी आई।
मौसम विभाग ने दी जानकारी
मौसम विशेषज्ञ एचपी चंद्रा ने बताया कि, दक्षिण-पश्चिम मानसून की विदाई शुरू हो गई है। इसकी पेंड्रा रोड, नवसारी होते हुए वापसी हो रही है। गुजरता हुआ मानसून प्रदेश के एक-दो जिलों में हल्की फुहारें बरसा रहा है। अभी तक की स्थिति में प्रशांत महासागर में अलनिनों की चाल बेहतर है। इस प्रभाव से नवंबर मध्य तक अच्छी ठंडक का अहसास होगा।
बस्तर में इस साल बारिश का टूटा रिकॉर्ड
वहीं समूचे बस्तर में इस साल बारिश का रिकॉर्ड टूट गया। 75 साल बाद औसत से ज्यादा बारिश बस्तर में रिकॉर्ड की गई। मौसम विभाग ने अब तक सीजन की बारिश का अंतिम आंकड़ा जारी नहीं किया है, लेकिन सितंबर अंत तक के आंकड़े बताते हैं कि बस्तर संभाग के सात में से 6 जिलों में इस साल एक्सेस यानी अतिरिक्त बारिश हुई है। बीजापुर और स़ुकमा जिले में 1400 एमएम से ज्यादा बारिश रिकॉर्ड हुई है जो दो दशक में सबसे ज्यादा है।
अब तक इतनी हुई बारिश
राज्य शासन के राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा बनाए गए राज्य स्तरीय नियंत्रण कक्ष द्वारा संकलित जानकारी के मुताबिक, एक जून 2024 से अब तक राज्य में 1174.9 मिमी औसत वर्षा दर्ज की जा चुकी है। वहीं राज्य के विभिन्न जिलों में 01 जून 2024 से आज 13 अक्टूबर सवेरे तक रिकार्ड की गई वर्षा के अनुसार बीजापुर जिले में सर्वाधिक 2444.3 मिमी और बेमेतरा जिले में सबसे कम 609.0 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गयी है।
राज्य स्तरीय बाढ़ नियंत्रण कक्ष से प्राप्त जानकारी के अनुसार, एक जून से अब तक सरगुजा जिले में 640.9 मिमी, सूरजपुर में 1167.8 मिमी, बलरामपुर में 1746.9 मिमी, जशपुर में 1076.0 मिमी, कोरिया में 1132.4 मिमी, मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर में 1089.0 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गयी।
इसी प्रकार, रायपुर जिले में 961.1 मिमी, बलौदाबाजार में 1189.5 मिमी, गरियाबंद में 1122.0 मिमी, महासमुंद में 974.9 मिमी, धमतरी में 1043.5 मिमी, बिलासपुर में 998.1 मिमी, मुंगेली में 1117.1 मिमी, रायगढ़ में 1117.0 मिमी, सारंगढ़-बिलाईगढ़ में 734.4 मिमी, जांजगीर-चांपा में 1223.6 मिमी, सक्ती 1063.2 मिमी, कोरबा में 1423.8 मिमी, गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही में 1208.7 मिमी, दुर्ग में 658.4 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गयी। कबीरधाम जिले में 929.8 मिमी, राजनांदगांव में 1130.1 मिमी, मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी में 1243.2 मिमी, खैरागढ़-छुईखदान-गंडई में 860.4 मिमी, बालोद में 1200.4 मिमी, बस्तर में 1280.9 मिमी, कोण्डागांव में 1212.4 मिमी, कांकेर में 1430.4 मिमी, नारायणपुर में 1466.0 मिमी, दंतेवाड़ा में 1569.7 मिमी और सुकमा जिले में 1706.7 मिमी औसत वर्षा एक जून से अब तक रिकार्ड की गई हैं।