संभल। कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को उत्तर प्रदेश पुलिस ने गाजीपुर बॉर्डर पर रोक लिया है। कांग्रेस के प्रमुख नेता संभल हिंसा में मारे गए लोगों के परिवारों से मिलने और अपनी संवेदना व्यक्त करने जा रहे थे।
कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी बोले – भाजपा में अंग्रेजों की आत्मा घर कर गई है
राहुल गांधी को संभल रोके जाने को लेकर कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा कि, “राहुल गांधी शांति बहाल करने और बंदूक हिंसा के कारण अपनी जान गंवाने वालों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करने के लिए उत्तर प्रदेश के संभल का दौरा करना चाहते हैं। हालांकि, भाजपा सरकार पहले अत्याचार करती है और फिर सांसदों या विपक्षी नेताओं को पीड़ितों को सांत्वना देने का मौका नहीं देती है।” उन्होंने आगे कहा कि, ऐसा लगता है कि भाजपा में अंग्रेजों की आत्मा घर कर गई है, क्योंकि अब उनका व्यवहार अंग्रेजों जैसा ही हो गया है। हालांकि, हमारा प्रयास जारी रहेगा और हम पीड़ितों को सांत्वना देने और उन्हें अपना पूरा समर्थन देने का हर संभव प्रयास करेंगे।
काफिले को रोके जाने पर भड़की कांग्रेस
कांग्रेस नेता आराधना मिश्रा-मोना ने भी राहुल और प्रियंका के काफिले को रोके जाने पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने कहा, “विपक्ष के नेता के तौर पर यह हमारा कर्तव्य है कि हम जनता का विश्वास बहाल करें और दुख की घड़ी में संवेदना व्यक्त करें। हमें यह यात्रा करने से क्यों रोका जा रहा है? अगर प्रशासन का दावा है कि स्थिति नियंत्रण में है, तो हमें यात्रा करने से क्यों रोका जा रहा है? उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि कांग्रेस पार्टी का उद्देश्य शांति की अपील करना और लोगों को एक कड़ा संदेश देना है।”
ब्रजेश पाठक ने कहा – दोषी पर होगी सख्त कार्रवाई
संभल में हुई घटना के बारे में उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा, “फिलहाल निष्पक्ष जांच चल रही है और स्थानीय प्रशासन ने धारा 144 लागू कर दी है। मैं सभी नेताओं से शांति बहाल करने में प्रशासन की मदद करने का आग्रह करता हूं। निष्पक्ष जांच की जाएगी और न्यायिक आयोग ने घटनास्थल का दौरा किया है। कानून के तहत दोषी पाए जाने वाले किसी भी व्यक्ति के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और पीड़ितों को न्याय मिलेगा। निष्पक्ष जांच के लिए हमारी प्रतिबद्धता कायम है।”