रायपुर: “सपना देखो और उसे पूरा करने के लिए जी-जान लगा दो”, इस कथन को सही साबित करते हुए राज्य लोकसेवा आयोग में कार्यरत 28 वर्षीय शैलेंद्र कुमार बांधे ने सीजीपीएससी-2023 की परीक्षा पास कर असिस्टेंट कमिश्नर (स्टेट टैक्स) का पद प्राप्त किया है। शैलेंद्र, जो पहले लोकसेवा आयोग में चपरासी के तौर पर काम कर रहे थे, अब एक सरकारी अधिकारी बन गए हैं। उन्होंने यह सफलता पांचवें प्रयास में प्राप्त की है और अब वे युवाओं के लिए प्रेरणा के स्त्रोत बन गए हैं।
बीरगांव के इंदिरा नगर निवासी शैलेंद्र ने अपनी सफलता की कहानी साझा की। शैलेंद्र ने 2019 में एनआईटी रायपुर से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में बीटेक की डिग्री प्राप्त की थी और तब से ही उनका सपना था कि वे एक अधिकारी बनें। उन्होंने बिना रुके हर साल पीएससी की परीक्षा दी, हालांकि बीच में परिवार की जिम्मेदारियों के कारण उन्हें चपरासी की नौकरी करनी पड़ी। 2022 में चपरासी पद के लिए उन्होंने आवेदन किया और सफल हो गए, जिसके बाद 27 मई 2024 को उनकी नियुक्ति हुई।
शैलेंद्र ने बताया कि उनका जन्म रायपुर में हुआ था, और वे मूल रूप से बिलासपुर जिले के एक किसान परिवार से हैं। उन्होंने 2019 में पहली बार राज्य पीएससी की परीक्षा दी, लेकिन असफल हो गए। अगले साल वे मुख्य परीक्षा तक पहुंचे, लेकिन फिर भी सफलता नहीं मिली। 2021 में मंडी निरीक्षक की परीक्षा में दो-तीन अंकों से असफल हुए। इसके बावजूद उन्होंने हार नहीं मानी और 2022 में पीएससी में 306वीं रैंक प्राप्त की। फिर उन्होंने पुनः तैयारी की और इस बार सफलता प्राप्त की।
शैलेंद्र की मेहनत और संघर्ष ने यह साबित कर दिया कि असफलताओं से निराश हुए बिना लगातार प्रयास करते रहना सफलता का सही रास्ता है। उनकी यह प्रेरणादायक कहानी उन युवाओं के लिए एक आदर्श है, जो अपनी मेहनत और समर्पण से अपने सपनों को साकार करने का जज्बा रखते हैं।