बिलासपुर। CGPSC 2021 परीक्षा में गड़बड़ी के मामले में गिरफ्तार पूर्व चेयरमैन टामन सिंह सोनवानी और कारोबारी एसके गोयल की न्यायिक हिरासत बढ़ा दी गई है। दोनों को अब 20 दिसंबर तक हिरासत में रहना होगा। आज प्रारंभिक रिमांड अवधि पूरी होने के बाद उन्हें सीबीआई की विशेष अदालत में पेश किया गया, जिसने उनकी रिमांड अवधि बढ़ाने का आदेश दिया। इस बीच, सीबीआई ने गिरफ्तार व्यक्तियों से पूछताछ के बाद कल राजनांदगांव में पूर्व परीक्षा नियंत्रक आरती वासनिक के आवास पर छापा मारा। वहीं सीबीआई ने इससे पहले सितंबर में आरती के आवास पर तलाशी और पूछताछ की थी।
क्या है पूरा मामला ?
बात दें कि, CGPSC की 2019 से 2022 तक की भर्ती में कुछ उम्मीदवारों के चयन को लेकर विवाद चल रहा है। भ्रष्टाचार और अनियमितताओं के आरोपों को लेकर आर्थिक अपराध शाखा और अर्जुन्दा पुलिस ने मामला दर्ज किया है। पीएससी ने 2020 में 175 और 2021 में 171 पदों के लिए परीक्षा आयोजित की थी, जो विवाद के केंद्र में है। आरोप है कि तत्कालीन अध्यक्ष सोनवानी ने रिश्तेदारों के साथ-साथ कांग्रेस नेताओं और ब्यूरोक्रेट्स के बच्चों को भी नौकरी दिलवाई।