गरियाबंद। मैनपुर के आदिवासी ब्लॉक के हायर सेकेंडरी स्कूल में छात्राओं के साथ छेड़छाड़ का मामला सामने आया है। जहां पिछले मंगलवार को स्कूल की मुखिया अंजलि ठाकुर के नेतृत्व में 50 से ज़्यादा छात्राओं ने कलेक्टर दीपक अग्रवाल से मिलकर ज्ञापन सौंपा था। इस ज्ञापन में उन्होंने स्कूल की प्रिंसिपल माधुरी नागेश, शिक्षिका लक्ष्मी देवांगन, खुशबू रानी साहू और शिक्षक महेश साहू पर कई गंभीर आरोप लगाते हुए उचित कार्रवाई की मांग की थी। हालांकि, आज छात्राओं ने आरोप लगाया कि कलेक्ट्रेट में उनके साथ ठीक से व्यवहार नहीं किया गया।
कलेक्टर ने नहीं सुनी छात्राओं की बात
छात्राओं ने अपनी पीड़ा व्यक्त करते हुए कहा कि, कलेक्टर ने एक नज़र डालने के बाद उनके आवेदन को खारिज कर दिया और उनकी चिंताओं को नहीं सुना। उन्होंने यह भी कहा,“जितनी आपकी उम्र है, उतनी नौकरी कर चुका हूं।” इसके अलावा, छात्राओं ने प्रिंसिपल माधुरी नागेश पर आरोप लगाया कि उन्होंने उन्हें शांति से बैठकर मामले को सुलझाने का सुझाव दिया, जबकि वे वास्तव में जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रही थीं।
DEO ने बैड टच के आरोपों से किया इनकार
छात्रों ने आरोपी शिक्षक के सामने रो रोकर अपनी पीड़ा व्यक्त की। उन्होंने बताया कि, शिक्षक उन्हें अकेले में मिलने के लिए बुलाता है और बच्चों को नुकसान पहुँचाने के सख्त निषेध के बावजूद सज़ा देने के बहाने अनुचित तरीके से छूता है। जब स्कूल में हुई घटनाओं की खबर शहर से बाहर फैली, तो स्कूल विकास समिति के अध्यक्ष योगेश शर्मा स्थानीय निवासियों के साथ स्थिति को शांत करने के प्रयास में स्कूल पहुंचे। योगेश शर्मा ने कहा कि, रचनात्मक समाधान खोजने के लिए जल्द ही अभिभावकों, छात्रों और सभी कर्मचारियों के साथ एक संयुक्त बैठक बुलाई जाएगी। वहीं जिला शिक्षा अधिकारी ए.के. सारस्वत ने बताया कि, छात्रों की शिकायतों की जांच के लिए एक समिति गठित की गई है और यह टीम कल जांच के लिए स्कूल आएगी। हालांकि, जिला अधिकारी ने शिक्षक के खिलाफ अनुचित आचरण के आरोपों से इनकार किया है।