रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन प्रश्नकाल के दौरान जल जीवन मिशन में अनियमितताओं का मुद्दा फिर उठा। इस बार बिल्हा से भाजपा के वरिष्ठ विधायक धरमलाल कौशिक ने अयोग्य ठेकेदारों को टेंडर जारी किए जाने का मामला उठाया।
कौशिक ने कहा कि, पिछले दो वर्षों में कई ठेकेदारों ने फर्जी दस्तावेजों के जरिए काम हासिल किया है। पीएचई मंत्री अरुण साव ने विधानसभा में स्वीकार किया कि झूठे दस्तावेजों के आधार पर प्राप्त निविदाओं के बारे में शिकायतें मिली हैं। डिप्टी सीएम साव ने कहा कि, एक प्रारंभिक जांच चल रही है, और इसके बाद एक उच्चस्तरीय समिति कार्रवाई के बारे में फैसला करेगी।
‘बड़ा भ्रष्टाचार हुआ है’ – धरमलाल कौशिक
वहीं मंत्री के बयान के जवाब में, कौशिक ने जोर देकर कहा कि, बड़ा भ्रष्टाचार हुआ है, उन्होंने आरोप लगाया कि उचित जांच करने के बजाय अधिकारियों द्वारा अयोग्य ठेकेदारों को भुगतान किया गया है। उन्होंने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के स्तर पर जांच की मांग की। जवाब में, पीएचई मंत्री अरुण साव ने पुष्टि की कि जांच जारी है और आश्वासन दिया कि जल जीवन मिशन के भीतर अनियमितताओं में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।