चीनी वायरस HMPV का खतरा बढ़ता जा रहा है. कोरोना महामारी के 5 साल बाद फिर से ये वायरस चीन से फैला है. ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस चीन में रफ्तार पकड़ने के साथ ही दुनिया में फैलने लगा है. भारत में भी हर दिन केस मिल रहे हैं. नागपुर में भी इस वायरस के संक्रमण के दो नए मामले सामने आए हैं.
देश में अब तक इस वायरस का शिकार 7 लोग हो चुके हैं. इसके पहले बेंगलुरु,नागपुर और तमिलनाडु में दो-दो और अहमदाबाद में एक मामला दर्ज किया गया है. हालांकि राज्य सरकारों ने कहा कि इससे घबराने की जरुरत नहीं है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने सोमवार को कहा कि HMPV वायरस कोई नया नहीं है.
‘ये वायरस कोई नया नहीं’
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने सोमवार को कहा कि ये वायरस कोई नया नहीं है. इसकी पहचान 2001 में किया गया था और तब से यह दुनिया में फैल रहा है. केंद्रीय मंत्री ने कहा था कि हाल के दिनों में चीन में एचएमपीवी के मामलों में वृद्धि की खबरें आई हैं. इस पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय, भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) और राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी) स्थिति पर कड़ी नजर बनाए हुए हैं.
कहां मिले कितने केस
भारत में HMPV के 7 मामले मिले हैं. बेंगलुरु, नागपुर और तमिलनाडु में 22 केस और अहमदाबाज में 1 केश मिला है. गुजरात के अहमदाबाद में एक निजी अस्पताल में भर्ती दो महीने के बच्चे के भी एचएमपीवी से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है.
क्या है HMPV वायरस?
HMPV वायरस कोराना वायरस की तरह ही है. इसमें सांस से जुड़ी समस्या होती है. मरीज को खांसी, बुखार और सांस लेने में तकलीफ जैसी समस्याएं होती हैं. ये वायरस भी सर्दी के दिनों में फैलता है. संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने, हाथ मिलाने से इसके प्रसार तेजी से होता है. यूएस सेंटर्स फॉर डीजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) के मुताबिक, ये वायरस न्यूमोविरिडे वायरस फैमिली से जुड़ा है, जिसमें रेस्पिरेटरी सिंसिटियल वायरस (RSV) भी शामिल है. इस वायरस से सबसे ज्यादा खतरा छोटे बच्चों और बुजुर्ग को है.