रायपुर। छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने बीते सोमवार को नई दिल्ली में केंद्रीय पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत से मुलाकात की। इस मुलाकात के दौरान महत्वाकांक्षी ‘स्वदेश दर्शन 2.0’ योजना के तहत चंपारण्य में महाप्रभु वल्लभाचार्य यज्ञ कुंड परिसर के सौंदर्यीकरण और कबीरधाम जिले में भोरमदेव कॉरिडोर परियोजना के प्रस्ताव केंद्र सरकार के समक्ष प्रस्तुत किए गए। इन दोनों परियोजनाओं के लिए प्रस्तावित कुल निवेश 200 करोड़ रुपये है।
वल्लभाचार्य यज्ञ परिसर, भोरमदेव कारिडोर का होगा सुंदरीकरण
प्रस्ताव में चंपारण्य परियोजना के तहत महाप्रभु वल्लभाचार्य यज्ञ कुंड क्षेत्र के व्यापक सौंदर्यीकरण को शामिल किया गया है। इसमें प्रवेश द्वार का विकास, तालाब का संवर्धन, पार्किंग की सुविधा, महाप्रभु वल्लभाचार्य की प्रतिमा, संग्रहालय, कन्वेंशन सेंटर, भागवत कथा और प्रवचन के लिए हॉल, बच्चों के लिए उद्यान, कैफेटेरिया, सड़क निर्माण, भूनिर्माण, स्मारिका दुकान के साथ-साथ पेयजल और सार्वजनिक शौचालय जैसी आवश्यक सुविधाएं शामिल हैं। इसी तरह कबीरधाम जिले की भोरमदेव कॉरिडोर परियोजना के तहत ऐतिहासिक भोरमदेव मंदिर परिसर का विकास और सौंदर्यीकरण किया जाएगा। इस पहल में पर्यटक सूचना केंद्र, शिव प्लाजा, झील और सरोधा डैम का सौंदर्यीकरण, बच्चों के लिए पार्क, गेस्ट हाउस, पुस्तकालय, संग्रहालय, सामुदायिक हॉल, मेला मैदान, प्रवेश द्वार और पार्किंग सुविधाओं का निर्माण शामिल होगा।
वहीं इसके अलावा छेरकी महल, मड़वा महल और रामचुआ मंदिर के सौंदर्यीकरण के साथ ही जल क्रीड़ा के लिए घाटों के निर्माण के प्रस्ताव भी दिए गए हैं। केंद्रीय पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने इन पहलों की सराहना की और छत्तीसगढ़ सरकार को इनके प्रभावी क्रियान्वयन के लिए पूरा सहयोग देने का आश्वासन दिया। उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में राज्य सरकार छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक विरासत को संरक्षित करने के लिए लगातार काम कर रही है, जिसका लक्ष्य इसे राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय दोनों मंचों पर एक नई पहचान दिलाना है। इन योजनाओं के सफल क्रियान्वयन से छत्तीसगढ़ में पर्यटन को एक नई गति और दिशा मिलने की उम्मीद है। भोरमदेव कॉरिडोर और चंपा परणय परियोजना न केवल राज्य की ऐतिहासिक और धार्मिक विरासत को सुरक्षित रखेगी, बल्कि पर्यटन के क्षेत्र में रोजगार और आर्थिक विकास के नए अवसर भी पैदा करेगी।