रायपुर-बिलासपुर रोड स्थित सरगांव के पास रामबोड़ गांव में स्थित कुसुम स्मेल्टर स्टील एंड पॉवर प्लांट में गुरुवार को दोपहर बड़ा हादसा हो गया। प्लांट में अचानक एक भारी साइलो टैंक गिर गया, जिसके नीचे आधा दर्जन से ज्यादा मजदूर दब गए। इस दुर्घटना में एक मजदूर की मौत हो गई, जबकि कई अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना गुरुवार दोपहर एक बजे के करीब हुई, जब टैंक का हिस्सा अचानक गिर गया। टैंक के नीचे दबे मजदूरों को निकालने के लिए एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची, लेकिन देर रात तक किसी भी मजदूर को बाहर नहीं निकाला जा सका। प्लांट के कर्मचारियों और स्थानीय लोगों ने रेस्क्यू अभियान में मदद की। हादसे में घायल एक मजदूर, मनोज घृतलहरे को अस्पताल ले जाया गया, लेकिन रास्ते में उसकी मौत हो गई।
साइलो टैंक, जो औद्योगिक टैंक होता है, आमतौर पर एश और अन्य सामग्री को रखने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। कुसुम स्मेल्टर प्लांट में यह साइलो टैंक कोयले की राख को जमा करने के लिए इस्तेमाल हो रहा था। प्रारंभिक जांच में यह पाया गया कि टैंक में क्षमता से ज्यादा राख लोड होने के कारण वह गिर गया। इस घटना को लेकर प्लांट प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाया जा रहा है, क्योंकि उपकरणों और स्ट्रक्चर की समय पर जांच और मरम्मत नहीं की जा रही थी। कर्मचारियों का कहना है कि प्लांट के विस्तार के काम में जल्दबाजी के कारण यह हादसा हुआ।
हादसे के बाद मौके पर कमिश्नर महादेव कावरे, आईजी डॉ. संजीव शुक्ला और पुलिस की टीम पहुंची। वहीं, कर्मचारियों और आसपास के लोगों ने प्लांट के भीतर और बाहर हंगामा किया और प्रबंधन पर आरोप लगाए कि उनकी लापरवाही के कारण यह दुखद घटना घटी।
हादसे के बारे में एक मजदूर की आंखों देखी
हेल्पर किशन वर्मा ने बताया कि टैंक गिरने के बाद मौके पर करीब 5 से 7 लोग काम कर रहे थे। वह सभी दौड़कर भागे, लेकिन दो मजदूरों को गंभीर रूप से चोटें आईं। एक का दोनों पैर कट गए थे, जबकि दूसरे को सिर पर गंभीर चोटें आईं। उन्होंने यह भी बताया कि कन्वेयर बेल्ट और डस्ट की समस्या के कारण रेस्क्यू में देरी हुई और टैंक के नीचे 5 से 6 लोग फंसे हुए थे।