राकेश की रिपोर्ट
प्रयागराज (Prayagraj) में दर्दनाक हादसा रात करीब दो बजे संगम तट के पास हुआ। प्रयागराज के संगम तट पर मंगलवार-बुधवार की रात करीब डेढ़ बजे भगदड़ मच गई। इसमें 17 से अधिक लोगों की मौत की खबर है। 50 से ज्यादा घायल हैं। स्वरूपरानी अस्पताल में शव पोस्टमॉर्टम के लिए लाए जा चुके हैं। हालांकि, प्रशासन ने मौत या घायलों की संख्या को लेकर कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी।
भगदड़ के बाद प्रशासन के अनुरोध पर सभी 13 अखाड़ों ने आज मौनी अमावस्या का अमृत स्नान रद्द कर दिया है। अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रवींद्र पुरी ने कहा- संगम नोज पर अधिक भीड़ के कारण यह फैसला किया गया है। पीएम मोदी ने सीएम योगी से फोन पर घटना की जानकारी ली।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक अफवाह के चलते संगम नोज पर भगदड़ मची। कुछ महिलाएं जमीन पर गिर गईं और लोग उन्हें कुचलते हुए निकल गए। हादसे के बाद 70 से ज्यादा एंबुलेंस संगम तट पर पहुंचीं। इनसे घायलों और मृतकों को अस्पताल ले जाया गया।
*अखाडो ने किया आज स्नान न करने का फैसला
उधर, अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रवींद्र पुरी ने कहा- जो घटना हुई उससे हम बहुत दुखी हैं। हमारे साथ हजारों श्रद्धालु थे। जनहित में हमने फैसला किया कि अखाड़े आज स्नान में भाग नहीं लेंगे। मैं लोगों से अपील करता हूं कि वे आज के बजाय वसंत पंचमी पर स्नान के लिए आएं।
उन्होंने कहा कि यह घटना इसलिए हुई क्योंकि श्रद्धालु संगम घाट पहुंचना चाहते थे, इसके बजाय उन्हें जहां भी पवित्र गंगा दिखे, वहीं डुबकी लगा लेनी चाहिए।
सैकड़ो लापता अपनो को तलाश रहे लोग
महाकुंभ की भगदड़ में सैकड़ों लोग लापता हो गए हैं। खोया पाया केंद्रों पर घरवाले अपनों को खोज रहे। केंद्र पर मौजूद कर्मी ने बताया- अब तक ढाई हजार शिकायत आ चुकी है, लेकिन ज्यादातर खोने वाले मिल जा रहे हैं।
पंजाब के जालंधर से संगम नगरी पहुंचे श्रद्धालु दीनानाथ प्रधान, सुखदेव वशिष्ठ, सोमदत्त कालिया, संजीव शर्मा, संजय कोछड़, विनोद जायसवाल व अन्य ने बताया कि वे सभी लोग सुरक्षित हैं। फिलहाल प्रशासन तुरंत राहत और बचाव कार्य में जुट गया है।