रायपुर। राजधानी रायपुर में अवैध रूप से रह रहे तीन बांग्लादेशी नागरिकों को एटीएस ने गिरफ्तार किया गया है। यह कार्रवाई एटीएस (एंटी टेररिज्म स्क्वाड) और स्थानीय पुलिस ने संयुक्त रूप से की। पुलिस ने इन आरोपियों के कब्जे से फर्जी दस्तावेज भी बरामद किये है। पूछताछ के दौरान कई बड़े खुलासे होने की संभावना जताई जा रही है।
सूत्रों के अनुसार, हाल ही में सुरक्षा एजेंसियों को सूचना मिली थी कि रायपुर में कुछ विदेशी नागरिक फर्जी पहचान के सहारे रह रहे हैं। इस इनपुट के आधार पर एटीएस और पुलिस की संयुक्त टीम ने गुप्त जांच शुरू की। जांच के दौरान तीन संदिग्धों की गतिविधियां संदिग्ध पाई गईं। जब पुलिस ने उनके भारतीय पहचान पत्र और अन्य सरकारी दस्तावेज की जांच की, तो पाया गया कि उनके पास मौजूद दस्तावेज फर्जी निकले। इसके बाद टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए तीनों को हिरासत में ले लिया।
प्रारंभिक जांच के बाद आशंका जाते जा रही है कि गिरफ्तार किए गए बांग्लादेशी नागरिकों ने दलालों की मदद से भारतीय नागरिकता से जुड़े फर्जी दस्तावेज बनवाए होंगे। ये दलाल अवैध प्रवासियों को नकली पहचान पत्र बनवाने में मदद करते हैं, जिससे वे भारत में आसानी से रह सकें और विभिन्न सरकारी सुविधाओं का लाभ उठा सकें।
गिरफ्तार किए गए बांग्लादेशी नागरिकों की पहचान ?
1 – मोहम्मद इस्माईल (27 वर्ष)
पिता का नाम: शेख शमसुद्दीन
मूल निवासी: नाभरन, जिला जैसोर, प्रांत खुलना, बांग्लादेश
वर्तमान पता: मिश्रा बाड़ा, ताजनगर टिकरापारा, रायपुर
2 – शेख अकबर (23 वर्ष)
पिता का नाम: शेख शमसुद्दीन
मूल निवासी: नाभरन, जिला जैसोर, प्रांत खुलना, बांग्लादेश
वर्तमान पता: मिश्रा बाड़ा, ताजनगर टिकरापारा, रायपुर
3 – शेख साजन (22 वर्ष)
पिता का नाम: शेख शमसुद्दीन
मूल निवासी: नाभरन, जिला जैसोर, प्रांत खुलना, बांग्लादेश
रायपुर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (IPC) की विभिन्न धाराओं और विदेशी नागरिक अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है। इन्हें अदालत में पेश किया जाएगा, जहां पुलिस उनकी रिमांड की मांग करेगी ताकि उनसे गहराई से पूछताछ की जा सके।