दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में नए राष्ट्रीय अध्यक्ष को लेकर अटकलें तेज हो गई हैं। जेपी नड्डा के कार्यकाल के बाद अगला अध्यक्ष कौन होगा, इस पर सभी की निगाहें टिकी हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, 18 से 20 अप्रैल के बीच बेंगलुरु में होने वाली राष्ट्रीय कार्यकारिणी और राष्ट्रीय परिषद की बैठक में नए अध्यक्ष के नाम पर अंतिम मुहर लग सकती है।
सूत्रों के अनुसार, इस बार दक्षिण भारत से किसी नेता को राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाए जाने की संभावना प्रबल है। इस दौड़ में आंध्र प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष दग्गुबाती पुरंदेश्वरी और बीजेपी महिला मोर्चा की राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं कोयंबटूर विधायक वनती श्रीनिवास के नाम सबसे आगे हैं।
महिला नेताओं के नाम सबसे आगे
दग्गुबाती पुरंदेश्वरी 2014 में बीजेपी में शामिल हुई थीं और संगठनात्मक अनुभव के साथ दक्षिण भारत में उनकी मजबूत पकड़ है। उन्हें ‘दक्षिण की सुषमा’ भी कहा जाता है। वहीं, वनती श्रीनिवास भी एक मजबूत उम्मीदवार मानी जा रही हैं, जिनका तमिलनाडु में बड़ा प्रभाव है।
अन्य संभावित दावेदार
इन दो महिला नेताओं के अलावा शिवराज सिंह चौहान, मनोहर लाल खट्टर और धर्मेंद्र प्रधान के नाम भी चर्चा में हैं। हालांकि, सूत्रों के मुताबिक, शिवराज सिंह चौहान और धर्मेंद्र प्रधान को लेकर बीजेपी और आरएसएस सहमत हैं, लेकिन मनोहर लाल खट्टर के नाम पर अमित शाह को ऐतराज है।
दक्षिण भारत से अध्यक्ष बनने की संभावना क्यों?
बीजेपी की रणनीति के तहत, तमिलनाडु और केरल जैसे राज्यों में पार्टी के विस्तार के लिए दक्षिण भारत से अध्यक्ष बनाए जाने के संकेत दिए जा रहे हैं। अगले कुछ महीनों में केरल और तमिलनाडु में विधानसभा चुनाव होने हैं, ऐसे में पार्टी अपने संगठन को मजबूत करने के लिए दक्षिण भारत से नेतृत्व दे सकती है।
अब सभी की नजरें 18-20 अप्रैल की बैठक पर टिकी हैं, जहां बीजेपी के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष का आधिकारिक ऐलान किया जाएगा।