झारखंड पुलिस ने मंगलवार को गैंगस्टर अमन साहू (साव) को एक एनकाउंटर में मार गिराया। अमन साहू पिछले 148 दिनों से रायपुर सेंट्रल जेल में बंद था, जहां उसने जेल के अंदर विभिन्न पोज में फोटोशूट करवाए थे। ये तस्वीरें बाद में उसके गुर्गों द्वारा फेसबुक पर पोस्ट की गईं, जो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं। इन तस्वीरों में अमन जेल के सेल में बंद नजर आ रहा है और वह जेल के अंदर आराम से विभिन्न पोज में फोटो खिंचवा रहा है।
रायपुर सेंट्रल जेल के अधीक्षक अमित शांडिल्य ने इन तस्वीरों को नकारते हुए कहा कि यह तस्वीरें हमारी जेल की नहीं हैं। वहीं, कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने इस घटना पर तीखा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि सुधारगृह अब अपराधियों के लिए आरामगाह बन चुका है, जहां उन्हें अतिरिक्त सुविधाएं दी जाती हैं। इसके चलते अपराधियों के हौंसले और बढ़ जाते हैं। ठाकुर ने सरकार से तत्काल इस मामले में कार्रवाई की मांग की।
गैंगस्टर अमन साहू की मौत पर अब भी सवाल उठ रहे हैं कि कैसे एक कुख्यात अपराधी जेल में इतनी सुविधाएं प्राप्त कर सकता है। वहीं, पुलिस ने खुलासा किया कि अमन साहू को सोमवार देर शाम को रायपुर से रांची ले जाया जा रहा था, तभी चैनपुर-रामगढ़ रोड पर अन्हारी ढोढ़ा घाटी के पास उसके साथियों ने स्कॉर्पियो पर बम फेंका। बमबाजी के बाद अमन साहू ने हवलदार राकेश कुमार से राइफल छीनकर फायरिंग की कोशिश की, जिसके बाद पुलिस ने जवाबी कार्रवाई करते हुए उसे मार गिराया।
इस दौरान हवलदार राकेश कुमार को जांघ में गोली लगी, और उन्हें तत्काल MMCH पलामू अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज जारी है।