रायपुर : राजधानी रायपुर पुलिस ने एक बार फिर अपनी सतर्कता और तेज़ कार्रवाई से लूट की बड़ी वारदात का राजफाश कर दिया है। पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार करते हुए न के वल एफआईआर में दर्ज 4 लाख रुपये की लूट को सुलझाया, बल्कि 15 लाख रुपये नकद बरामद कर सबको चौंका दिया है। यह कार्रवाई छत्तीसगढ़ से लेकर राजस्थान के पाकिस्तान सीमा से लगे गांवों तक फैली थी।
30 अप्रैल की रात हुई थी लूट की वारदात
यह घटना 30 अप्रैल की रात करीब 9 बजे की है। रायपुर की एक कंस्ट्रक्शन कंपनी से जुड़े कलेक्शन एजेंट से चार लाख रुपये की लूट कर ली गई थी। एजेंट पैसे की वसूली कर लौट रहा था, तभी अज्ञात लुटेरों ने उसे रोककर वारदात को अंजाम दिया।
आरोपी पाकिस्तान सीमा के पास छिपे थे
जांच में सामने आया कि वारदात के बाद आरोपी राजस्थान की ओर भाग निकले। कुछ आरोपी श्रीडूंगरगढ़ क्षेत्र में पाकिस्तान से सटे गांवों में छिपे हुए थे। वहां सीजफायर की स्थिति और सीमावर्ती जटिलताओं का फायदा उठाकर आरोपी पुलिस की पकड़ से बाहर थे, लेकिन रायपुर पुलिस की विशेष टीम ने स्थानीय एजेंसियों के सहयोग से दबिश देकर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
रायपुर, अंबिकापुर और राजस्थान से गिरफ्तारी
पुलिस ने इस केस में कुल पांच आरोपियों को रायपुर, अंबिकापुर और राजस्थान से पकड़ा है। पुलिस का कहना है कि इनमें से कुछ आरोपी पहले से आपराधिक रेकॉर्ड वाले हैं। फिलहाल दो आरोपी अब भी फरार हैं, जिनकी तलाश जारी है।
लूट से ज्यादा नकदी बरामद
एफआईआर में जहां लूट की राशि चार लाख बताई गई थी, वहीं पुलिस ने 15 लाख रुपये नकद बरामद किए हैं। अधिकारियों के अनुसार, यह अतिरिक्त राशि अन्य अपराधों से संबंधित हो सकती है, जिसकी अलग से जांच की जा रही है।
रायपुर पुलिस की सराहनीय कार्रवाई
सीमावर्ती और जोखिमपूर्ण इलाकों में दबिश देकर, जटिल परिस्थितियों में कार्रवाई करना रायपुर पुलिस की सजगता, सटीक खुफिया सूचना और कार्रवाई क्षमता को दर्शाता है। यह केस पुलिस विभाग की बड़ी उपलब्धि के रूप में देखा जा रहा है।