मध्य प्रदेश में कांग्रेस के तेवर तल्ख हैं और पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल लोगों पर कार्रवाई करने का मन बना लिया है। यही कारण है कि पार्टी की अनुशासन समिति ने 150 नेताओं और कार्यकर्ताओं को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी मुख्यालय में शुक्रवार को प्रदेश कांग्रेस की अनुशासन समिति की बैठक संपन्न हुई। बैठक में हाल ही में संपन्न विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेसजनों द्वारा पार्टी प्रत्याशियों के विरुद्ध चुनाव लड़ने वालों की हुई प्राप्त शिकायतों को लेकर कांग्रेस की अनुशासन समिति में बड़ा निर्णय लिया गया, जिसके तहत प्रदेश भर के लगभग 150 कांग्रेसजनों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। उनसे 10 दिनों के भीतर स्पष्टीकरण मांगा गया है।
मप्र कांग्रेस अनुशासन समिति के अध्यक्ष एवं प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कोषाध्यक्ष अशोक सिंह ने बताया कि पार्टी विरोधी कार्य करने वालों द्वारा यदि 10 दिनों में सकारात्मक जवाब प्राप्त नहीं होता है तो कांग्रेस पार्टी द्वारा उनके विरुद्ध अनुशासनहीनता की कार्रवाई का निर्णय लिया जाएगा।
सिंह ने बताया कि संपन्न विधानसभा चुनाव में पार्टी उम्मीदवार के खिलाफ जो व्यक्ति चुनाव लड़े थे, उन्हें पूर्व में ही निष्कासित किया जा चुका है, उस निर्णय पर भी कांग्रेस की अनुशासन समिति ने अपनी मुहर लगा दी है। कांग्रेस की अनुशासन समिति की बैठक में समिति के सदस्य मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष एवं संगठन प्रभारी राजीव सिंह, पूर्व मंत्री एन.पी. प्रजापति, सज्जन सिंह वर्मा, पी.सी. शर्मा, सईद अहमद और हर्ष यादव आदि उपस्थित थे।