नई दिल्ली। यूरोपीय कंपनी एयरबस हेलीकॉप्टर्स (Airbus Tata Helicopter) ने भारत में हेलीकॉप्टरों के लिए फाइनल असेंबली लाइन (FAL) स्थापित करने टाटा समूह के साथ साझेदारी की है। यह एक ऐतिहासिक कदम है, जो भारत सरकार के ‘आत्मनिर्भर भारत’ कार्यक्रम से जुड़कर देश के विकास में योगदान दे रहा है। ‘मेड-इन-इंडिया’ सिविल हेलीकॉप्टर न केवल आत्मविश्वास से भरे नए भारत का प्रतीक होगा, बल्कि देश में हेलीकॉप्टर बाजार की वास्तविक क्षमता को भी सामने लाएगा।
एयरबस (Airbus) ने दी जानकारी
बता दें कि, दमदार गाड़ियां बनाने के बाद अब (Airbus Tata Helicopter) टाटा ग्रुप हेलीकॉप्टर बनाएगी। इसकी जानकारी खुद एयरबस ने दी है। कंपनी की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक, एयरबस हेलीकॉप्टर्स ने कहा कि वह देश में हेलीकॉप्टर बनाने का संयंत्र स्थापित करने के लिए टाटा समूह के साथ साझेदारी कर रहा है। टाटा और फ्रांस की कंपनी एयरबस मिलकर H125 हेलीकॉप्टरों की मैन्युफैक्चरिंग के लिए काम करेंगी। इसकी मैन्युफैक्चरिंग गुजरात के वडोदरा में की जाएगी। एयरबस और टाटा ग्रुप ने एच125 सिंगल इंजन हेलीकॉप्टर्स के संयुक्त रूप से निर्माण करने के लिए एक समझौते पर साइन किए हैं। दोनों कंपनियां वडोदरा फैसिलिटी में कम से कम 40 सी-295 ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट भी बनाएंगी। इसकी देखरेख टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स लिमिटेड करेगी।
बनेंगे सिंगल इंजन हेलीकॉप्टर्स
फ्रांस की कंपनी Airbus और TATA Group ने H125 सिंगल इंजन हेलीकॉप्टर्स के संयुक्त रूप से निर्माण के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। दोनों कंपनियां मिलकर वडोदरा स्थित फैसिलिटी में कम से कम 40 C-295 ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट भी बनाएंगी, जिसकी देखरेख टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स लिमिटेड (TASL) करेगी। बताया जा रहा है कि ये हेलीकाप्टर कमर्शियल इस्तेमाल के लिए बनाए जाएंगे और करीब 800 हेलीकाप्टर की पहले से ही डिमांड है। बता दें कि गुजरात के वडोदरा में टाटा और एयरबस पहले से ही मिलकर 40 C295 ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट बना रहीं हैं।