बता दें कि, जेईई (मुख्य) सत्र 1 परीक्षा अंग्रेजी, असमिया, बंगाली, गुजराती, हिंदी, कन्नड़, मलयालम, मराठी, ओडिया, पंजाबी, तमिल, तेलुगु और उर्दू सहित 13 भाषाओं में 291 शहरों के 544 केंद्रों पर आयोजित की गई थी। राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) ने मंगलवार को यह घोषणा की। इस महत्वपूर्ण परीक्षा के पहले संस्करण में 11.70 लाख से अधिक उम्मीदवार शामिल हुए थे। इस परीक्षा में अधिकतम प्रतिभागी तेलंगाना से थे।
जिन प्रतिभागियों ने 100 एनटीए स्कोर हासिल किए उनमें से सात तेलंगाना से, दो हरियाणा से, तीन-तीन आंध्र प्रदेश, राजस्थान और महाराष्ट्र से, दो दिल्ली से और एक-एक गुजरात, कर्नाटक और तमिलनाडु से हैं।
पूर्वोत्तर राज्यों का रहा जलवा
एनटीए सूची के अनुसार, देश के विभिन्न राज्यों से 53 उम्मीदवारों ने परीक्षा में टॉप किया, जिसमें से 8 पूर्वोत्तर राज्य के परीक्षार्थी थे। असम, अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर, मेघालय, नागालैंड, त्रिपुरा और सिक्किम के उम्मीदवार जेईई (मुख्य) परीक्षा के पहले सत्र को क्रैक करने में सफल रहे। बता दें की, पहली बार ऐसा हुआ है जब ये परीक्षा अबू धाबी, हांगकांग और ओस्लो में आयोजित की गई थी।