बलौदा बाजार। छत्तीसगढ़ के बलौदा बाजार में हिंसा का माहौल बना हुआ है। सतनामी समाज ने उग्र प्रदर्शन किया है। बलोदा बाजार में समाज के लोगों ने ऐसा बवाल किया की कलेक्टर ऑफिस में आग लगा दी। समाज के लोगों ने दफ्तर में जमकर पथराव किया इस हमले में कई पुलिसकर्मी और स्टाफ घायल हो गए। उग्रवादियों ने 300 से ज्यादा वाहनों को आग के हवाले कर दिया इसमें 50 वाहन चार पहिया वाहन थे। इस घटना के बाद राज्य सरकार भी एक्शन में है।
बलौदा बाजार में सोमवार को हुए बवाल के बाद अब वहां सन्नाटा पसरा हुआ है। घटना के बाद जिला प्रशासन ने बलौदाबाजार शहर में दंड प्रक्रिया संहिता के अंतर्गत धारा 144 लागू कर दी है जो 16 जून तक जारी रहेगी और चप्पे-चप्पे पर पुलिसकर्मियों की तैनाती कर दी गई है। वहीं CCTV कैमरों के जरिए असामाजिक तत्वों पर नजर रखी जा रही है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने राज्य के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक से इस पूरी घटना पर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।
बतादें कि बलौदाबाजार में पिछले 17 मई से चल रहा सतनामी समाज का प्रदर्शन सीबीआइ जांच की मांग को लेकर सोमवार शाम को उग्र हो गया। प्रदर्शनकारियों ने सोमवार की शाम कलेक्टर और एसपी कार्यालयों में आग लगा दी। पथराव किया, 200 से अधिक दोपहिया और करीब 50 चारपहिया वाहनों को फूंक दिया। इससे दोनों कार्यालयों में रखे अनेक महत्वपूर्ण दस्तावेज भी नष्ट हो गए।
पुलिस ने इस घटना के सिलसिले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। सतनामी समुदाय इस मामले की केंद्रीय एजेंसी से जांच कराने की मांग कर रहा है। घटना के विरोध में सतनामी समाज ने सोमवार को यहां दशहरा मैदान में विरोध-प्रदर्शन और जिलाधिकारी कार्यालय के घेराव का आह्वान किया। इस विरोध प्रदर्शन में शामिल होने के लिए बड़ी संख्या में लोग यहां एकत्र हुए। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को जिलाधिकारी कार्यालय की ओर बढ़ने से रोकने के लिए कई स्थानों पर अवरोधक लगा दिए।